नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में कूड़े के ढेर से एक नवजात बच्ची को बचाया गया और उसका यहां के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल की ओर से जारी एक वक्तव्य में शनिवार को यह जानकारी दी गई। बच्ची बाहर खुले में बारिश में भीग रही थी और उसकी गर्भनाल भी नहीं काटी गई थी।
संत कुंज में फोर्टिस अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक बच्ची बेहद कमजोर और हाइपोथर्मिक अवस्था में थी। उसका अभी इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक बच्ची को यहां रजोकरी गांव में हरिजन बस्ती से खोजा गया और स्थानीय पुलिस ने उसे अस्पताल की आपातकालीन इकाई में इलाज के लिए भर्ती कराया। अस्पताल ने कहा कि दो राहगीरों ने बच्ची का पता लगाया और पुलिस को इस बारे में सूचित किया।
अस्पताल के मुताबिक बच्ची अभी गंभीर स्थिति में नवजात गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती है और किसी अतिरिक्त या अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के लिए चिकित्सकों द्वारा उसका आकलन किया जा रहा है।
A newborn baby girl was rescued from a garbage dump in Harijan Basti, Rajokri village in Delhi and police shifted her to the emergency unit, in Fortis Hospital for treatment. pic.twitter.com/07ohxbOX2o
— ANI (@ANI) October 8, 2022
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक शनिवार सुबह आठ बजकर 12 मिनट पर पुलिस को रजोकरी बस स्टैंड पर कूड़े में पड़ी एक बच्ची के मिलने की सूचना मिली थी। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मनोज सी के मुताबिक पुलिस मौके पर पहुंची और फोन करने वाले से मिली, जिसने बताया कि उसने करीब तीन दिन की एक नवजात बच्ची को अपने घर के पास कूड़े के ढेर में पड़ा देखा। उसने पुलिस को फोन किया और कहा कि बारिश होने के कारण वह बच्ची को अपने घर ले गया।
पुलिस उपायुक्त के मुताबिक इसके बाद बच्ची को पुलिस को सौंप दिया गया और फोर्टिस अस्पताल, वसंत कुंज ले जाया गया, जहां उसका प्राथमिक उपचार चल रहा है और उसकी सेहत स्थिर है। कानून के तहत आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। डॉ राहुल नागपाल, निदेशक और विभागाध्यक्ष, बाल रोग, फोर्टिस अस्पताल के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम बच्ची के स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है।