नई दिल्ली: नये साल के पहले दिन दिल्ली की सड़कों पर कार के साथ घिसटने के कारण मरी युवती की सहेली मित्र का कहना है, ‘‘उस रात जो हुआ मैं उसे कभी नहीं भूल सकती। स्कूटी चलाने को लेकर हमारी लड़ाई भी हुई थी। वह जबरदस्ती करती रही, इसलिए मैंने उसे दुपहिया चलाने दिया। पहले हम एक ट्रक से टकराते-टकराते बचे, लेकिन कुछ ही मीटर की दूरी पर दूसरे वाहन ने हमें टक्कर मार दी।”
वीभत्स घटना को याद करते हुए प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि टक्कर के बाद उसकी मित्र अंजली सिंह कार के नीचे फंस गई और उसके साथ घिसटती रही, वहीं कार में बैठे लोगों ने ना तो वाहन की गति धीमी की और न हीं युवती को बचाने का कोई प्रयास किया। अंजली की सहेली ने कहा कि वह बहुज ज्यादा डर गयी थी और उसे लगा कि सभी उसे दोषी मानेंगे, इसलिए उसने किसी को दुर्घटना के बारे में नहीं बताया।
Kanjhawala death case | After the car hit us, I fell to one side. My friend got stuck under the car. The men in the car knew the woman was stuck under their car. After the accident, I didn’t inform the police but went home: Nidhi, the main eyewitness &friend of the deceased woman pic.twitter.com/g0aOhIhHoz
— ANI (@ANI) January 3, 2023
नये साल के पहले ही दिन तड़के अंजली की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और कार में फंस गयी अंजली को वे लोग करीब 12 किलामीटर तक सड़कों पर घसीटते रहे जिससे उसकी मौत हो गई। उसका शव बाहरी दिल्ली के कंझावला इलाके में सड़क किनारे पड़ा मिला। वहीं, कार में कथित रूप से मौजूद पांच लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या सहित तमाम अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। सभी पांच आरोपियों को सोमवार को तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
उस रात के घटनाक्रम के बारे में प्रत्यक्षदर्शी ने पीटीआई/भाषा को बताया कि दोस्तों के साथ एक होटल में नये साल की पार्टी के बाद स्कूटी चलाने को लेकर उसकी अंजली से लड़ाई भी हुई थी। उसकी सहेली ने दावा किया, अंजली शराब के नशे में थी और उसने स्कूट चलाने नहीं देने पर चलते दुपहिया से कूदने की धमकी भी दी।
उसकी सहेली ने दावा किया, ‘‘हम देर रात करीब 1:45 बजे होटल से निकले। वह (अंजली) स्कूटी चलाना चाहती थी, लेकिन मैंने कहा कि मैं चलाउंगी। जब हम वहां से निकल गए और रास्ते में थे तो अंजली ने कहा कि अगर उसे स्कूटी नहीं चलाने दी तो वह चलते दुपहिया से कूद जाएगी। उसने कहा कि यह मेरी स्कूटी है और मैं चलाउंगी।”
उसने दावा किया, ‘‘मैंने उसे स्कूट चलाने दी। कुछ दूर ही चलने पर हम ट्रक को टक्कर मारते-मारते बचे। हालांकि मैं पीछे बैठी थी, लेकिन फिर भी ब्रेक लगाने में कामयाब रही। फिर हम वहां से चले और आगे बढ़े। लेकिन एक अन्य कार ने हमारी स्कूटी को टक्कर मार दी। अंजली कार के नीचे फंस गई, जबकि मैं सड़क की दूसरी ओर जा गिरी।” उसने बताया कि मुझे आंखों पर हल्की चोटें आयीं लेकिन वह कार के नीचे फंस गई।
मृतका की सहेली ने दावा किया, ‘‘कार रूकी नहीं। वह चलती रही और फिर उन्होंने कार बैक किया और फिर तेजी से आगे रवाना हो गई। कार में कोई संगीत नहीं बज रहा था।” मृतका की सहेली निधि ने दावा किया कि कार के भीतर बैठे आरोपियों को पता था कि एक युवती उनकी कार के नीचे फंसी हुई है, इसके बावजूद वे उसे घसीटते रहे और उसके बचाने के लिए एक पल को नहीं रूके।
यह पूछने पर कि उसने घटना के बारे में अंजली की मां या पुलिस को क्यों नहीं बताया, उसने कहा कि वह डर गई थी और उसे डर था कि दुर्घटना के लिए उसे जिम्मेदार बताया जाएगा। उसने कहा, ‘‘मैं डर गयी थी। सारा दोष मेरे सिर आएगा, इसलिए मैं चुप रही…उस रात जो हुआ मैं उसे कभी नहीं भुला सकती।”