दिल्ली: केंद्र सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने के भले दावा कर रही है। लेकिन भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने ही सरकार के दावे को खोखला बताया है। उनका कहना है कि अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने का सरकार का दावा छलावा भर है। हालांकि, स्वामी के इस बयान को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था निकट भविष्य में 7-8 प्रतिशत जीडीपी विकास दर हासिल कर लेगी।
सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने का दावा छलावा है। स्वामी ने कहा कि उन्होंने भारत के आर्थिक आंकड़ों का गहन विश्लेषण किया है। भारत के चमकती अर्थव्यवस्था बनने की सारी बातें निराधार हैं। वे जल्द ही इस बारे में तथ्य और आंकड़े पेश करेंगे।
पूर्व सांसद ने कहा कि इस बात में कोई दो राय नही है कि जीडीपी की विकास दर में से कोरोना काल में हुई रिकवरी को घटा दिया जाए। तो ये 4 फीसदी से भी कम हैं। स्वामी का कहना है कि नेहरू युग में जीडीपी की दर 4 फीसदी रही थी। फिलहाल आंकड़े कह रहे हैं कि जीडीपी विकास दर उस दौर से भी कम हैं।
भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने स्वामी के दावे को सरासर गलत बताया। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत की जीडीपी विकास दर 7.2 प्रतिशत है। जो इसे लगातार दो वर्षों के लिए सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाती है। इस वर्ष की उच्च विकास दर यूक्रेन-रूस युद्ध और इसके पतन, वित्तीय के रूप में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हासिल की गई थी।
अग्रवाल ने कहा कि नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है। इसमें काफी गति है। मोदी सरकार द्वारा सक्षम व्यापक आर्थिक प्रबंधन ने सुनिश्चित किया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था निकट भविष्य में 7-8 प्रतिशत जीडीपी विकास दर हासिल करेगी।
स्वामी भाजपा से राज्यसभा सांसद थे। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर लगातार हमलों के कारण भाजपा ने उनको दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा।