BOMB-BLAST

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    नई दिल्ली. सुबह कि अन्यबड़ी खबर के अनुसार अहमदाबाद में जुलाई 2008 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के आज 49 दोषियों को आज सुनाई। इस केस में अब से कुछ ही देर पहले कोर्ट ने 49 में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। पता हो कि 8 फरवरी को स्पेशल कोर्ट ने इन सभी को दोषी करार दिया था। जबकि 28 आरोपियों को बरी कर दिया था। इस मामले में स्पेशल कोर्ट में बीते 13 साल से सुनवाई चल रही थी। इसके साथ ही  11 को आजीवन कारावास कि सजा दी गयी है। इसके तहत, 11 दोषियों को आखिरी सांस तक कैद में रहने की सजा सुनाई गई है।

    गौरतलब है कि कोर्ट ने सभी को साजिश और आतंकवाद के मामलों में बड़ा दोषी माना है। इसके साथ ही सभी को IPC की धारा 302 और 120 के तहत आज सजा सुनाई जाएगी। गौरतलब है कि 26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद में 70 मिनट के दौरान 21 बम धमाके हुए थे, जिसमें 56 लोगों की जान भी चली गई थी।वहीं 200 से ज्यादा घायल भी हो गए थे।

    वहीं अहमदाबाद में हुए धमाकों के तार प्रतिबंधित संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (IM)से जुड़े हुए थे और दिसंबर 2009 में कुल 78 लोगों के खिलाफ सुनवाई शुरू हुई थी। बाद में एक आरोपी के सरकारी गवाह बन जाने के बाद कुल अभियुक्तों की संख्या 77 ही रह गई थी। इन धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन (IM) और स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) से जुड़े आतंकी भी शामिल थे। वहीं धमाकों से 5 मिनट पहले आतंकियों ने न्यूज एजेंसियों को एक मेल भी किया था जिसमें लिखा था, ‘जो चाहो कर लो। रोक सकते हो तो रोक लो।’

    पता हो कि इस बाबत पुलिस ने यह संगीन आरोप लगाया था कि हिजबुल मुजाहिदीन (IM)के आतंकवादियों ने गोधरा की घटना के बाद 2002 में गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों का बदला लेने के लिए इन धमाकों की योजना बनाई थी। इन दंगों में अल्पसंख्यक समुदाय के भी कई लोगों की मौत हुई थी।