नयी दिल्ली/अहमदाबाद. दोपहर की बड़ी खबर के अनुसार भारत (India) में कोरोना (Corona) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron ) का अब एक और नया केस मिला है। जी हाँ यह केस गुजरात (Gujarat) के जामनगर (Jaamnagar) में मिला है। सूत्रों के अनुसार गुजरात के जामनगर में दक्षिण अफ्रीका से लौटा शख्स कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है।
The first case of #Omicron variant in Gujarat reported in Jamnagar. A person who came from Zimbabwe was infected with the variant. His sample has been sent to Pune: State health department
This is the third case of Omicron variant in the country.
— ANI (@ANI) December 4, 2021
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी।विभाग ने कहा कि इस व्यक्ति के बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उसका नमूना जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया था। गुजरात के स्वास्थ्य आयुक्त जयप्रकाश शिवहरे ने पुष्टि की कि संबंधित व्यक्ति कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित पाया गया है।
पुणे लैब गया था सैंपल टेस्ट के लिए
ख़बरों के अनुसार इनकी RT-PCR यानी कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट पुणे (Pune) की लैब भी भेजे गए थे। इधर गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने बीते शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि जिम्बाब्वे निवासी नागरिक के जामनगर आने पर उसके नमूनों को दूसरी लैब में परीक्षण के लिए भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कोरोना का यह पॉजिटिव मरीज नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित है या नहीं।
देश में कोरोना के हाल
गौरतलब है कि देश में कोविड-19 के 8,603 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,24,360 हो गई। वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 99,974 रह गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार शनिवार को 415 लोगों की कोरोना वायरस से मौत की पुष्टि हुई, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,70,530 हो गई थी।
अब तक प्राप्त ओमिक्रॉन पर जानकारी
बता दें कि ओमिक्रॉन को लेकर जुटाए गए अभी तक की शुरुआती डेटा के मुताबिक, ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को बहुत अधिक थकान, गले में खराश, मांशपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं आती हैं। इस वैरिएंट के लक्षण डेल्टा वैरिएंट से थोड़े अलग हैं। बड़ी बात ये है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के स्वाद और गंध की क्षमता में कोई बदलाव नहीं देखा गया है। इसके साथ ही WHO ने ओमिक्रॉन को फिलहाल ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ (चिंताजनक) की कैटिगरी में डाला है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं हुआ है।