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    नई दिल्ली/गुजरात. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज अहमदाबाद में वन्दे भारत (Vande Bharat Express) और मेट्रो परियोजना (Ahamdabad Metro)  के फेस-1 का उद्घाटन किया। इस परियोजना में अपैरल पार्क से थलतेज तक लगभग 32 किमी का पूर्वी-पश्चिमी गलियारा और मोटेरा से ग्यासपुर के बीच उत्तर-दक्षिण गलियारा शामिल है।

    प्रधानमंत्री ने पूर्वी-पश्चिमी गलियारे में मेट्रो ट्रेन खंड के कालूपुर स्टेशन पर परियोजना का उद्घाटन किया। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखायी और वह इसी पर सवार होकर कालूपुर स्टेशन पहुंचे।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया। पूर्व-पश्चिम गलियारे में थलतेज-वस्त्रल मार्ग में 17 स्टेशन हैं। इस गलियारे में चार स्टेशनों के साथ 6.6 किमी का भूमिगत खंड भी है। ग्यासपुर को मोटेरा स्टेडियम से जोड़ने वाले 19 किमी उत्तर-दक्षिण गलियारे में 15 स्टेशन हैं। पहले चरण की पूरी परियोजना 12,900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित की गई है।

    क्या कहा आज PM मोदी ने 

    वहीं आज इसका उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि,  “21वीं सदी के भारत, अर्बन कनेक्टिविटी और आत्मनिर्भर होते भारत के लिए बड़ा दिन है। मैंने गांधीनगर-मुंबई वन्दे भारत एक्सप्रेस का तेज़ रफ्तार सफर का अनुभव किया।”

    इसके बाद उन्होंने कहा कि, आज 21वीं सदी के भारत को देश के शहरों से नई गति मिलने वाली है। हमें बदलते हुए समय और जरूरतों के साथ अपने शहरों को निरंतर आधुनिक बनाना जरूरी है। शहर में परिवहन प्रणाली आधुनिक हो, निर्बाध कनेक्टिविटी हो, यातायात का एक साधन दूसरे को सहयोग करे वह जरूरी है।

    उनका यह भी कहना था कि, 8 वर्षों में एक के बाद एक देश के 2 दर्ज़नों से ज़्यादा शहरों में मेट्रो या तो शुरू हो चुकी है या तेज़ी से काम चल रहा है। देश के दर्ज़नों छोटे शहरों को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। ‘उड़ान’ योजना छोटे शहरों में हवाई सुविधा देने में अहम भुमिका निभा रही है।

    साथ ही आज प्रधानमंत्री मोदी का कहना था कि, शहरों के गरीब, मिडिल क्लास साथियों को धुएं वाली बसों से मुक्ति मिले, इसके लिए इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण और संचालन के लिए FAME योजना शुरु की। इस योजना के तहत देश में 7 हज़ार से अधिक इलेक्ट्रिक बसों को स्वीकृति दी गई है। इस पर केंद्र सरकार ने करीब 3,500 करोड़ रुपए खर्च किए है।

    उन्होंने आज अपने संबोधन में पुरजोर कहा कि, “गांधीनगर-अहमदाबाद एक ट्विन सिटी कैसे विकसित होता है इसका एक बड़ा और प्रत्यक्ष उदाहरण है। इसी मॉडल का अनुसरण करते हुए गुजरात में और भी विभिन्न ट्विन सिटीज का विकास किया जा रहा है। लोग अब तक न्यूयॉर्क-न्यू जर्सी की बात करते थे। लेकिन अब मेरा भारत ऐसे ही पीछे नहीं छोड़ा जा सकता।”

    कैसी है अहमदाबाद मेट्रो 

    जनाकारी के मुताबिक के मुताबिक अहमदाबाद मेट्रो भूमिगत सुरंगों, वायडक्ट और पुलों, एलिवेटेड और भूमिगत स्टेशन भवनों, गिट्टी रहित रेल पटरियों और चालक रहित ट्रेन संचालन के अनुरूप रोलिंग स्टॉक आदि से युक्त एक विशाल अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा परियोजना है। इसके साथ मेट्रो ट्रेन कम खपत वाली एक प्रणाली से सुसज्जित है, जिससे ऊर्जा की खपत में लगभग 30 से 35 प्रतिशत की कमी हो सकती है। ट्रेन में अत्याधुनिक सस्पेंशन सिस्टम है जो यात्रियों को बहुत ही सहज सवारी का अनुभव प्रदान करती है।