वडोदरा (गुजरात). विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि कोई दूसरा देश उस तरह का आतंकवाद नहीं फैलाता, जैसा पाकिस्तान करता है। उन्होंने यहां ‘‘राइजिंग इंडिया एंड द वर्ल्ड: फॉरेन पॉलिसी इन मोदी एरा” विषय पर कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की कूटनीति ने अन्य देशों को आतंकवाद के मुद्दे को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित किया।
जयशंकर ने कार्यक्रम के बाद दर्शकों के साथ बातचीत में कहा, “कोई अन्य देश उस तरह से आतंकवाद का प्रसार नहीं करता, जैसा पाकिस्तान ने किया है। आप मुझे दिखा दें कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इतने सालों में जो किया है, क्या दुनिया के किसी अन्य हिस्से में हुआ है? 26/11 के मुंबई हमले के बाद, हमारे लिए यह स्पष्ट हो जाना महत्वपूर्ण है कि इस तरह का व्यवहार और कार्रवाई अस्वीकार्य है और इसके परिणाम भुगतने ही होंगे।”
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि भारत को ‘आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) में विशेषज्ञ’ माना जाता है, जबकि पड़ोसी देश को ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद में विशेषज्ञ’ के रूप में जाना जाता है। जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सफलतापूर्वक अन्य देशों को यह अहसास कराया कि अगर आतंकवाद पर अभी काबू नहीं पाया गया तो भविष्य में यह उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकता है।
Now the world's understanding of terrorism has increased as compared to earlier times. The world isn't tolerating it. Countries using terrorism are under pressure & are further reluctant: EAM S Jaishankar in Vadodara
— ANI (@ANI) October 1, 2022
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हम आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में दुनिया को साथ जाने में काफी हद तक सफल रहे हैं। पहले, अन्य देश इस मुद्दे को यह सोचकर नजरअंदाज कर देते थे कि इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह कहीं और हो रहा है। आज आतंकवाद का समर्थन करने वालों पर दबाव है। यह हमारी कूटनीति का एक उदाहरण है।”
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत के रणनीतिक समझौते के कारण पूर्वोत्तर में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है। उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश के साथ उस भूमि सीमा समझौते के लिए धन्यवाद, आतंकवादियों को वहां कोई आश्रय नहीं मिला। इसने उन्हें पूर्वोत्तर में अपना अभियान चलाने से रोक दिया।”
सिएरा लियोन के एक छात्र के सवाल पर कि मोदी सरकार सरदार वल्लभभाई पटेल के ‘अखंड भारत’ के सपने को कैसे साकार करेगी, जयशंकर ने कहा कि विभाजन एक वास्तविक त्रासदी थी और इसने आतंकवाद जैसी समस्याएं पैदा कीं।
मंत्री ने कहा, “सरदार पटेल के सपने को साकार करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि भारत मजबूत, सफल और आत्मविश्वासी हो, और अन्य लोग यह समझें कि उन्हें इस भारत के साथ आना होगा और उन नीतियों को रोकना होगा जो उनके हित में नहीं हैं, साथ ही जो हानिकारक हैं…।”
मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा, “… और मुझे लगता है कि अगर कोई एक नेता हैं जो सपनों को साकार कर रहे हैं, जिनके पास सरदार पटेल की विचार प्रक्रिया है, जो सरदार पटेल की दृष्टि को साकार कर रहे हैं, जिनके पास वह साहस, प्रतिबद्धता और आदतें हैं, आप जानते हैं कि वह कौन हैं।” (एजेंसी)