अंबाजी (गुजरात). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अंबाजी में 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने कहा कि, “नवरात्रि के दौरान अंबाजी में होना सौभाग्य की बात है। यहां शुरू की जा रही परियोजनाओं का इस क्षेत्र पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, “आज इन 45,000 घरों का लोकार्पण हुआ, इसके सभी लाभार्थियों को मेरी शुभकामनाएं। इस बार ऐसे समय में यहां आया हूं जब विकसित भारत का विराट संकल्प देश ने लिया है।”
पीएम मोदी ने कहा, “इस त्योहारी सीजन के दौरान बहनों को अपनी रसोई चलाने में समस्या ना हो, इसलिए सरकार ने मुफ्त राशन की योजना को आगे बढ़ा दिया है। मुश्किल समय में देश के 80 करोड़ से अधिक साथियों को राहत देने वाली इस स्कीम पर केंद्र सरकार करीब-करीब 4 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है।”
#WATCH | Gujarat: PM Narendra Modi lays the foundation stone of various projects worth over Rs 7200 crore in Ambaji
(Source: DD News) pic.twitter.com/n6DwX4xCj3
— ANI (@ANI) September 30, 2022
प्रधानमंत्री ने कहा कि तरंगा-अंबाजी-आबू रोड रेल लाइन की कल्पना लगभग 100 साल पहले ब्रिटिश शासन के दौरान की गई थी और यह परियोजना महत्वपूर्ण थी लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी थी।
मोदी ने कहा कि उनके मुख्यमंत्रित्व काल में गुजरात सरकार द्वारा इसके लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बावजूद संप्रग सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी। प्रधानमंत्री ने गुजरात के बनासकांठा जिले के अंबाजी शहर में इसी रेलवे परियोजना के लिए आधारशिला रखने के बाद एक जनसभा में यह टिप्पणी की।
मोदी ने कांग्रेस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा, “अंग्रेजों ने लगभग 100 साल पहले 1930 में तरंगा हिल, अंबाजी और आबूरोड को जोड़ने वाली रेलवे लाइन बिछाने का निर्णय लिया था। लेकिन दुर्भाग्य से आजादी के बाद भी दशकों तक कोई फैसला नहीं लिया गया। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मैंने केंद्र को एक प्रस्ताव भेजा था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया क्योंकि सरकार किसी और पार्टी की थी।”
कांग्रेस ने 2004 से 2014 तक केंद्र में संप्रग गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था। क्षेत्र में जारी विकास गतिविधियों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की तर्ज पर मेहसाणा के धरोई बांध से गुजरात के बनासकांठा जिले के अंबाजी तक पूरे क्षेत्र का विकास करना चाहता हूं।” ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ नर्मदा जिले में एक प्रमुख पर्यटक केंद्र है।
वहीं, शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, “5 बड़े पुलों के टेंडर अभी, भू-तकनीकी सर्वेक्षण और 11 सुरंगों के डिजाइन पर काम चल रहा है, 15 स्टेशनों के डिजाइन तैयार हैं। भूमि अधिग्रहण के लिए, प्रशासन और रेलवे हर जिले में संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “लाइन के संरेखण के लिए उपयोग किया गया पीएम गति शक्ति पोर्टल, अब सभी गांवों को कनेक्टिविटी मिली।” (एजेंसी इनपुट के साथ)