मध्यप्रदेश : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में स्थित उमरिया (Umaria) जिले के बांधवगढ़ (Bandhavgarh) को मुख्य तौर पर टाइगर रिजर्व के लिए जाना जाता है, लेकिन इस वक्त इसी बांधवगढ़ में कई प्राचीन और ऐतिहासिक इमारतों का खोज किया गया है। यहां पर 9वीं सदी के मंदिर और बौद्ध मठ मिले हैं। हैरानी की बात तो ये है कि यह सभी ऐतिहासिक धरोहर करीब 175 वर्ग किलोमीटर इलाके में मिले हैं। इनमें जो मंदिर प्राप्त हुए हैं ये मंदिर करीब 2 हजार साल पुराने हैं।
गौरतलब है कि ASI द्वारा हासिल किए गए इस सफलता में, इन गुफाओं में ब्राह्मी (Brahmi) लिपि के कई अभिलेख हैं। इन लीपियों में पवत, वेजभरदा, मथुरा (Mathura), कौशांबी(Kaushambi), सपतनाइरिका जैसे कई जिलों के नामों का वरदान किया गया है। जानकारी के मुताबिक ये सभी महाराजा भट्टादेवा, श्री भीमसेना और महाराजा पोथासिरी, के समय के हैं।
In Bandhavgarh Forest Reserve, remarkable archaeological remains are unravelled by @ASIGoI. 26 temples, 26 caves, 2 monasteries, 2 votive stupas, 24 inscriptions, 46 sculptures, other scattered remains & 19 water structure are recorded. The Varah here is one of the largest. pic.twitter.com/laA7ym56R5
— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) September 28, 2022
बांधवगढ़ में क्या क्या नया मिला?
- 46 मूर्तियां
- 26 मंदिर
- 26 गुफाएं
- 24 शिलालेख
- 19 जल संरचना
- 2 मठ
पहले कितने थे और अब कितने हैं?
गौरतलब है कि बांधवगढ़ में पहले 50 गुफा थे, अब और 26 गुफा नए मिले हैं, जो मिलाकर वहां अब पूरे 76 हो गए हैं। वहां पर पहले 9 मंदिर थे। जिसके बाद अब और 26 मंदिर नए मिले हैं। जिसको मिलकर अब वहां कुल 35 मंदिर हैं। बता दें कि बांधवगढ़ में 26 अभिलेख पहले से मौजूद थे। जिसके बाद इस बार 24 नए मिले हैं। अब वहां कुल 50 का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। इसके आलावा 2 नए मठ मिले हैं। अगर बात करें मूर्तियों कि तो वो पहले 10 थीं अब 46 और मिली हैं। जिसके बाद कुल रिकॉर्ड 56 हो गया है।