नईदिल्ली/भोपाल. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से मिल रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां से कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) से निकलकर एक चीता (Cheetah) आज यानी रविवार को रिहायशी इलाके में पहुंच गया। बाद में वह एक खेत में नजर आया। वहीं अब ग्रामीणों में चीते के आने से दहशत है। बताया जा रहा है कि रात को उसने एक गाय का शिकार भी किया था। कई गांववाले चीते को देखने के लिए वहीं आसपास के पेड़ पर चढ़ गए।
वहीं इस बात की सूचना मिलने पर वन अमला और चीता मित्र तुरंत ही मौके पर पहुंचे। इसके बाद तो जैसे तैसे चीते को वापस जंगल की ओर भेजने की तमाम कोशिशें शुरू कर दी गई हैं। मामले पर फिर स्थानीय DFO ने कहा कि, नामीबिया से लाए गए चीतों में से ओबान नाम का एक चीता झार-बड़ौदा गांव में घुस गया था। ये गांव कूनो नेशनल पार्क से करीब 20 किलोमीटर दूर है। मॉनिटरिंग टीम भी फिलहाल गांव में पहुंच चुकी है।
Sheopur, Madhya Pradesh | Cheetah Oban, one of the cheetahs brought from Namibia, entered Jhar Baroda village of Vijaypur which is 20 kms away from Kuno National Park. Monitoring team has also reached the village. Efforts are underway to bring the cheetah back: DFO
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— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 2, 2023
जानकारी दें कि, चीता टास्क फोर्स के अधिकारियों ने बीते दिनों ओवान, आशा, फ्रेंडी और एल्टन नाम के चीतों को बाड़े से खुले जंगल में रिलीज किया था। इसके बाद से ही ये चारों लगातार कूनो से बाहर निकलकर कभी टिकटॉली इलाके में तो कभी मोरावन क्षेत्र में लगातार देखे जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सुबह से उनके खेतों में चीता घुसा हुआ है। हम पहले इसे तेंदुआ समझ रहे थे, बाद में पता चला है कि यह तो चीता है।
वहीं अब मिली जानकारी के अनुसार, कूनो नेशनल पार्क के बड़े अधिकारी चीते से कुछ ही दूरी बनाकर उस पर पैनी निगरानी रख रहे हैं। फिलहाल इसी बात का इंतजार है कि यह चीता अपने आप वापस लौट जाए। लेकिन तय वक़्त तक अगर ऐसा नहीं होता तो शायद उसे फिर ट्रेंकुलाइज करके वापस कूनो ले जाया जाएगा।
आपको बता दें कि, बीते सोमवार को कूनो नेशनल पार्क में 8 चीतों में से एक 5 साल की मादा चीता साशा की मौत हो चुकी । दरअसल वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट ने मौत का कारण रीनल फेल्योर (किडनी खराब होना) माना है। साशा 22 जनवरी से ही बीमार थी, डिहाइड्रेशन के कारण उसे सिर्फ तरल खाद्य पदार्थ दिया जा रहा था। जानकारी दें कि, भारत आने से पहले ही साशा को किडनी की बीमारी से ग्रस्त थी।