
भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क (KNP) में हाल ही में जन्में मादा चीता ज्वाला के चार शावकों में से एक चीता शावक की मौत हो गई। कूनो में 24 मार्च को मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था। उसकी मौत कमजोरी के चलते हुई है। पिछले तीन महीनों में नेशनल पार्क में चीते की मौत की यह चौथी घटना है।
वन विभाग के मुख्य संरक्षक जेएस चौहान ने कहा, “24 मार्च को ज्वाला नाम की मादा चीता ने 4 बच्चों को जन्म दिया था, हम उनकी मॉनिटरिंग कर रहे थे। चारों में से एक बच्चा कमजोर था। आज जब हमारी टीम गई तो एक बच्चा सिर उठाने की कोशिश कर रहा था। जिसके बाद तुरंत पशु चिकित्सकों को बुलाया और शावक को अस्पताल ले जाया गया लेकिन 5-10 मिनट बाद ही उसकी मृत्यु हो गई। मूल रूप से कमजोरी के कारण उसकी मृत्यु हुई। पोस्टमॉर्टम के बाद कारणों की विस्तृत जानकारी दी जा सकेगी।”
The decision to shift the Cheetahs to some other place can only be taken by the Central government, it is not in our control: JS Chouhan, Chief Conservator of the Forest Department on the death of a cub of female cheetah ‘Jwala’ in Kuno National Park
— ANI (@ANI) May 23, 2023
चीतों के स्थानांतरण को लेकर चौहान ने कहा, “चीतों को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने का निर्णय केंद्र सरकार ही ले सकती है। यह हमारे नियंत्रण में नहीं।
गौरतलब है कि इस साल अब तक चार चीतों की मौत हो चुकी है। बंदी नस्ल के चीता ‘साशा’ की मार्च में किडनी की बीमारी से मौत हो गई थी, जबकि दूसरे चीता ‘उदय’ की अप्रैल में नेशनल पार्क में बीमार पाए जाने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वहीं, मई में ‘दक्ष’ नामक चीता पार्क के अंदर अन्य चीतों के साथ लड़ाई में मारा गया। अब, मादा चीता ज्वाला के एक शावक की कमजोरी के चलते मौत हो गई।
उल्लेखनीय है पांच मादा और तीन नर चीतों सहित आठ चीतों को नामीबिया से पिछले साल 17 सितंबर को भारत में चीतों को फिर से बसाने की योजना ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत कुनो में लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन चीतों को बाड़ों में छोड़ा था। इसके बाद, सात नर और पांच मादा सहित 12 चीतों को इस साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से कुनो लाया गया।
बता दें कि 1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में भारत में अंतिम चीते की मौत हो गई थी और 1952 में इस प्रजाति को देश से विलुप्त घोषित कर दिया गया था।