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    इंदौर: शनिवार की शाम को केंद्र सरकार (Central Government) ने पेट्रोल-डीज़ल (Petrol-Diesel) के उत्पाद शुल्क में कटौती कर दी। जिसके वजह से पेट्रोल और डीज़ल के दामों में गिरावट हुई। एक तरफ आम जनता इस बात से खुश है। तो वहीं, दूसरी तरफ केंद्र सरकार के इस फैसले से डीलरों को करीब 150 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस वजह से अब मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में एक कारोबारी संगठन ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य में बुधवार शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक आम ग्राहकों को ईंधन नहीं बेचा जाएगा।

    फेडरेशन ऑफ मध्यप्रदेश पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पारस जैन ने यह जानकारी दी। जैन ने कहा,‘‘सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाने से राज्य के डीलरों को ईंधन के पुराने स्टॉक पर लगभग 150 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है क्योंकि इस माल पर ऊंची दरों पर पहले ही उत्पाद शुल्क चुकाया जा चुका है।”

    जैन ने मांग की कि सरकार को पेट्रोल-डीजल पर पुराने और नये उत्पाद शुल्क के अंतर की राशि डीलरों को लौटानी चाहिए और ईंधनों की बिक्री पर उन्हें मिलने वाले कमीशन में भी इजाफा किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पेट्रोलियम डीलरों के विरोध प्रदर्शन के दौरान राज्य में करीब 4,900 ईंधन पम्पों पर बुधवार शाम सात बजे से रात नौ बजे तक कारोबार ठप रखा जाएगा।

    गौरतलब है कि ईंधनों की लगातार बढ़ती कीमतों से आम जन-जीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए सरकार ने 21 मई को पेट्रोल एवं डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में क्रमशः आठ रुपये एवं छह रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की घोषणा की थी।