
उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल लोक मंदिर (Ujjain’s Mahakal Lok Temple) में रविवार को तेज हवा के कारण सप्तऋषियों की छह मूर्तियां क्षतिग्रस्त (Six Idols of the Saptarishis Damaged ) हुईं। 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक का लोकार्पण किया था।
जिले के डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, “3 बजे के करीब बहुत तेज आंधी आई थी जिसके कारण सप्त ऋषि की कुछ प्रतिमाएं अपने मूर्तितल से नीचे गिरी हैं। उनको ठीक करने का काम जारी है। 2 दिनों में सब ठीक कर लिया जाएगा।”
मध्य प्रदेश: उज्जैन में तेज हवा के कारण महाकाल लोक मंदिर में सात ऋषियों की छह मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई है।
डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, "3 बजे के करीब बहुत तेज आंधी आई थी जिसके कारण सप्त ऋषि की कुछ प्रतिमाएं अपने मूर्तितल से नीचे गिरी हैं। उनको ठीक करने का काम जारी है। 2… pic.twitter.com/VE3PGvTfxs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 28, 2023
महाकाल लोक में बने इस मूर्तियों को गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों द्वारा बनाई गई है। अब इन क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा। इस घटना के कारन महाकाल लोक को बंद किया गया है, जल्द ही मूर्तियों को फिर से लगाया जाएगा।
इस घटना का पता चलते ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया और अन्य पदाधिकारी तुरंत महाकाल लोग पहुंचे। रवि भदौरिया ने आरोप लगाया कि इन मूर्तियों के निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। मूर्तियां खंडित होने के बाद आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया। घटना के बाद मीडिया को भी महाकाल लोक में जाने नहीं दिया गया।
दावा हुआ फ़ैल!
महाकाल लोक के लोकार्पण के समय दावा किया गया था कि यह मूर्तियां ना तो आंधी तूफान से खराब होंगी और ना ही इस पर बारिश का कोई असर पड़ेगा। हालांकि,पहली बारिश में ही प्लास्टर ऑफ पेरिस और प्लास्टिक की बनी यह मूर्तियां खंडित हो गई। जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था।