मध्य प्रदेश: क्यों पुलिसवाले गायों को ओढ़ा रहे है बोरे, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कही ये बड़ी बात

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    नई दिल्ली: जिस तरह हम मानव होते हुए हमारे भीतर भी संवेदनाएं होती है, ठीक उसी तरह जानवर भी सजीव होते है, उन्हे भी संवेदनाएं होती हैं। जैसे हम ठंड बर्दाश्त नहीं कर सकते ठीक उसी तरह वे भी कड़ाके की ठंड में ठिठुरने लगते है। हम गर्म कपड़े पहनकर खुदको तो ठंड लगने से बचा लेते है मैग सड़कों पर रह रहे जानवरों का क्या? उन्हें कौन बचाये ? बहुत काम लोग ही होते है जो जानवरों की मदद करते है। ऐसे में मध्य प्रदेश के पुलिस वालों ने जो किया है वो वाकई में बहुत काबिले तारीफ है। आइए जानते है पूरी खबर क्या है… 

    छतरपुर पुलिस की इंसानियत 

    जी हां आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के थानेदार से लेकर पुलिस के जवान सभी लोग ठंड से बचाने के लिए जूट के बोरे बेसहारा जानवरों को ओढ़ा रहे हैं। दरअसल यह खूबसूरत और अनोखी पहल की है छतरपुर पुलिस ने। जी हां इन्होने अनोखी पहल की शुरुआत की, जिसमें ठंड से ठिठुर रही गायों को बचाने के लिए बोरे ओढ़ाने का काम कर रही है। जानवरों के बारे में इतना सोचना यही सच्ची मानवता का प्रतीक है।

     

    पुलिस ने गायों को ऐसे बचाया ठंड से 

    ये एक बेहद सराहनीय कदम है। इस बारे में बताया गया है कि एसपी द्वारा मिले निर्देश के बाद सभी पुलिसकर्मी अपने-अपने इलाके में आवारा गायों व उनके बछड़ों को जूट के बोरे से राहत दिलाने का काम कर रहे है। कड़ाके की ठंड के कारण कई बार इन पशुओं की जान भी चली जाती है।

    इस वजह से भी पुलिस गायों का सहारा बनने को आगे आई। ऐसा करते हुए देख लोग छतरपुर पुलिस की जमकर तारीफ कर रहे हैं। पुलिस वाले खुद गायों के पास जाकर उन्हें फट्टी बांध रहे हैं। पूरे जिले में मासूम गायों को राहत देने वाले काम की जमकर सराहना हो रही है। पुलिस वाले ही नहीं बल्कि हमने भी जानवरों की मदद करनी चाहिए ये हर एक मानव का कर्तव्य है। 

     

    गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने की तारीफ 

    जैसा की हम जानते है कि आए दिन गायों की मौत की खबरें आती रहती हैं, इसलिए जिसकी वजह से छतरपुर पुलिस ने ऐसा नेक काम करने का फैसला लिया। ठंड में परेशान पशुओं की मदद करके पुलिसकर्मी भी बेहद खुश हैं। इस काम को देखने के बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने छतरपुर पुलिस की जमकर तारीफ की। उनका कहना है कि ठंड में ठिठुरते गायों की मदद करना व उन्हें जूट के बोरे पहनना बेहद नेक काम है, जिसकी सराहना की जानी चाहिए। वाकई में इस नेक काम के लिए हम सबको आगे आना चाहिए।