
नई दिल्ली/शहडोल. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से मिली एक खबर के अनुसार, यहां शहडोल (Shahdol) जिले में सोहागपुर ईस्टर्न कोल्ड फील्ड लिमिटेड (Eastern Coal Field Limited) क्षेत्र अंतर्गत बंद पड़ी धनपुरी भूमिगत खदान (Dhanpuri) के अंदर चोरी करने की नियत से घुसे 4 लोगों की खदान के अंदर ही मौत हो गई है। ऐसा मन जा रहा है कि खदान की जहरीली गैस के चलते इन युवकों की अंदर ही दम घुटने से मौत हुई है।
मामले पर शहडोल पुलिस SP कुमार प्रतीक ने बताया कि शहडोल में कोयला खदान में रखे लोहे को लूटने के प्रयास में घुसे 4 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। डकैती की योजना राजा मुसलमान नाम के एक व्यक्ति ने बनाई थी। इन 4 को खदान से निकालकर अस्पताल ले गए। लेकिन सभी ने दम तोड़ दिया था।
MP| 4 people died of suffocation in Shahdol after they entered the coal mine in an attempt to rob iron that was kept inside. The robbery was planned by a man namely Raja Musalman. We rescued 4 of them and took them to the hospital but all succumbed: Kumar Prateek, SP, Shahdol pic.twitter.com/ghQCuEGwQH
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) January 27, 2023
गौरतलब है कि जानकारी लगने के कुछ देर बाद ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पहुंच गए, जिसके बाद बीते गुरुवार देर रात से शुक्रवार सुबह तक पुलिस और कालरी की रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इन लोगों के शव को बाहर निकाला। मृतकों की पहचान हजारी कोल (30) पिता कल्लू कोल निवासी दफई नंबर 4, कपिल विस्कर्म (21) पिता सुखराम निवासी वार्ड 19, राज महतो (20) पिता गणेश महतो निवासी वार्ड 16 और राहुल कोल (23) पिता हीरालाल निवासी वार्ड 16 के थे। मृतक धनपुरी थाना एरिया के रहने वाले थे। हादसे के बाद मृतकों के शव को मेडिकल कालेज शहडोल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार शहडोल जिले के सोहागपुर ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड क्षेत्र के धनपुरी स्थित यूजी माइंस को कोयला उत्पादन के बाद पिछले 6 वर्षों से बंद कर पड़ी है। माइंस बंद किए जाने के बाद वहां पर किसी का भी आवागमन नहीं होता है। बीते गुरुवार की देर रात में माइंस के मुहाने की दीवार पर होल करने के बाद इसके अंदर 4 युवक कोयला और कबाड़ चोरी की नियत से खदान में घुसे थे।
इस दौरान खदान के मुहाने पर ही उनका एक साथी खड़ा होकर इंतजार करता रहा। वहीं संभवतः अंदर प्रवेश करने के बाद जहरीली गैस के चलते इन चारों चोरों की दम घुटने से मौत हो गई। इधर मुहाने पर काफी देर तक उनका एक साथी उनका इंतजार करता रहा लेकिन खदान के अंदर जाने वाले चारों चोर जब देर तक वापस नहीं लौटे तो उसे अनहोनी की आशंका हुई। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।