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Pic: Twitter/Social Media

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    नई दिल्ली/ग्वालियर.  वैसे तो आपने बिजली उपभोक्ताओं को बिजली विभाग द्वारा अनाप-शनाप या फिर उट-पटांग बिजली बिल भेजे जाने की अक्सर खबरें आपने सुनीं या फिर पढ़ी होंगी। लेकिन हद तो तब हुई जब मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक घरेलू उपभोक्ता को करीब 3,419 करोड़ रुपए का बिजली बिल भेज दिया है।  इस बिल की रकम को देखते ही उपभोक्ता बीमार पड़ गया है।  हालांकि शिकायत मिलने के बाद बिजली कंपनी ने इसमें तत्काल सुधार करते हुए इसे मात्र एक मानवीय भूल ही करार दिया है। 

    बिजली विभाग ने मानी गलती, सुधारा बिल 

    दरअसल ग्वालियर की शिव विहार कॉलोनी के निवासी और बिजली उपभोक्ता संजीव कनकने ने बताया कि, इस बार उनका बिजली बिल 3,419 करोड़ रुपए का आया था।  यह देखकर उनकी पत्नी भयंकर परेशान हो गई और पिता की तो तबीयत ही खराब हो गई।  बाद में उन्हें अपने पिता को अस्पताल में भी भर्ती कराना पड़ा।  जब कनकने ने बिजली कंपनी के पोर्टल पर ऑनलाइन आना बिल देखा तो वहां भी यही धनराशि बता रहा था।  उन्होंने कहा कि जब बिजली कंपनी के अफसरों से संपर्क किया तो वे भी हैरान रह गए और बाद में बिल में उन्हें जरुरी सुधार कर नया बिल भेजा। 

    था सिर्फ 1300 का बिल 

    इधर मामले पर बिजली कंपनी के महाप्रबंधक नितिन मांगलिक ने बताया कि यह दरअसल, एक मात्र एक मानवीय भूल थी।  दरअसल उपभोक्ता के सर्विस नंबर को ही खपत की गई यूनिट की जगह पर डाल दिया गया था और सॉफ्टवेयर ने उसी हिसाब से उनका बिल बना दिया था।  बाद में यह गलती संज्ञान में आते ही फौरन बिल को ठीक किया गया और अब उसका करीब 1,300 रुपए की रकम का बिल आया है।  इस पूरे मामले में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि, विभाग ने गलती को फौरन ठीक कर दिया गया है और संबंधित अफसरों के खिलाफ जरुरी कार्रवाई की जा रही है। 

    गौरतलब है कि ऐसे ही बिजली कंपनी के खिलाफ अनेकों शिकायतें हर महीने आती हैं। वहीं बेचारे उपभोक्ता दफ्तर के चक्कर ही लगाते रह जाते हैं। जिसमे से कुछ लोगों को राहत तो मिल जाती है। लेकिन जिन बेचारों की इतनी अच्छी किस्मत नहीं होती, वे थक कर घर बैठ जाते हैं।