
भोपाल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) भारतीय वायु सेना के विमान से शनिवार सुबह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) पहुंचे। अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान वह यहां संयुक्त कमांडर सम्मेलन-2023 में शिरकत करने के साथ-साथ भोपाल और दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे-भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य हैंगर पर मोदी का स्वागत किया। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पदाधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार को इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुई घटना में 36 श्रद्धालुओं की मौत के बाद प्रधानमंत्री के स्वागत में भोपाल में आयोजित होने वाले रोड-शो, पुष्प वर्षा एवं स्वागत कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह भोपाल स्थित राजा भोज हवाईअड्डे पर भारतीय वायुसेना के विमान से पहुंचे। वहां से वह हेलीकॉप्टर से यहां लाल परेड ग्राउंड आये और फिर वह करीब 100 मीटर की दूरी पर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे हॉल गये, जहां वह संयुक्त कमांडर सम्मेलन-2023 में शिरकत करेंगे।
Madhya Pradesh | PM Narendra Modi arrives in Bhopal where he will attend Combined Commanders’ Conference-2023 and will also flag off the Vande Bharat Express train between Bhopal and New Delhi. pic.twitter.com/oN2ijJqMHM
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 1, 2023
उन्होंने कहा कि उसके बाद लगभग सवा तीन बजे प्रधानमंत्री भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर वंदे-भारत एक्सप्रेस ट्रेन को झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। यह ट्रेन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन और नई दिल्ली के बीच चलेगी। उन्होंने बताया कि यह देश की 11वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी। वंदे भारत एक्सप्रेस को देश में ही डिजाइन किया गया है, जो उत्कृष्ट यात्रा सुविधाओं से लैस हैं।
इससे पर्यटन को बढ़ावा और आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। अधिकारी ने कहा कि सैन्य कमांडरों का तीन दिवसीय सम्मेलन 30 मार्च से एक अप्रैल तक हो रहा है। सम्मेलन की विषय-वस्तु ‘रेडी, रिसर्जेन्ट, रेलेवेंट’ है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के दौरान सशस्त्र बलों की युद्ध-भूमि से जुड़ी संयुक्त तैयारियों के मद्देनजर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जायेगी। अधिकारी ने बताया कि सम्मेलन में तीनों सशस्त्र बलों के कमांडर और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।