
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भोपाल में सेना, नौसेना और वायु सेना के शीर्ष कमांडरों के एक प्रमुख सम्मेलन में भारत के समक्ष सुरक्षा चुनौतियों और उनसे निपटने के लिए सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा की।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने सेना के तीनों अंगों से नए और उभरते खतरों से निपटने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि सशस्त्र बलों को आवश्यक हथियारों और प्रौद्योगिकियों से लैस करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। माना जाता है कि चीन से सटी सीमा पर भारत की सुरक्षा चुनौतियां और पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद से निपटने के तरीके उन प्रमुख मुद्दों में शामिल थे, जिन पर वार्षिक संयुक्त कमांडर सम्मेलन में चर्चा हुई।
PM Modi complimented the Armed Forces for their role in Nation Building and providing Humanitarian Assistance and Disaster Relief (HADR) assistance to friendly countries: Defence Ministry
— ANI (@ANI) April 1, 2023
सूत्रों ने बताया कि नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण सम्मेलन में शामिल नहीं हो सके। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने प्रधानमंत्री को इस वर्ष के संयुक्त कमांडर सम्मेलन में आयोजित विभिन्न चर्चाओं के बारे में जानकारी दी।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अप्रैल को भोपाल में संयुक्त कमांडर सम्मेलन-2023 के समापन सत्र के दौरान सुरक्षा स्थिति और सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा की।”
बयान के मुताबिक, मोदी ने राष्ट्र निर्माण में सशस्त्र बलों की भूमिका और मित्र देशों को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) सहयोग प्रदान करने के लिए उनकी सराहना की। सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान, डिजिटलीकरण के पहलुओं, साइबर सुरक्षा, सोशल मीडिया की चुनौतियों, आत्मनिर्भरता और ‘अग्निवीर’ भर्ती सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। (एजेंसी)