Mahakaleshwar Temple

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    उज्जैन : भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या (Tejashwi Surya) के उज्जैन (Ujjain) स्थित महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में दर्शन के दौरान हंगामा करने के आरोप में पुलिस द्वारा दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद भाजयुमो ने उज्जैन नगर एवं उज्जैन ग्रामीण के अपने जिला अध्यक्षों सहित सात पदाधिकारियों को पद से हटा दिया है। इसके अलावा, भाजयुमो ने इस हंगामे के लिए अपने एक पूर्व पदाधिकारी एवं 10 अन्य कार्यकर्ताओं पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है और उन्हें भी दी गई जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। 

    सूर्या के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के दौरान बुधवार को हंगामा करने के आरोप में महाकाल पुलिस थाने में मंदिर समिति की शिकायत पर विक्रम ठाकुर और राघवेंद्र के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। महाकालेश्वर मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मध्य प्रदेश भाजयुमो के प्रदेश सह कार्यालय मंत्री उमाशंकर राजपूत द्वारा शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘10 अगस्त 2022 को भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रवास के दौरान भाजयुमो के 18 पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा महाकाल मंदिर परिसर में किया गया व्यवहार अनुचित था, जो नहीं किया जाना चाहिए था। इससे मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची है एवं पार्टी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ है।’

    इसमें कहा गया है, ‘अत: इन सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार के निर्देशानुसार भाजयुमो की जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाता है।” जिन 18 पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को भाजयुमो की जिम्मेदारियों से मुक्त किया गया है, उनमें उज्जैन नगर जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा अमय शर्मा, उज्जैन ग्रामीण जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा नरेन्द्र सिंह जलवा, मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा (नागदा) भवानी देवड़ा एवं पूर्व सरपंच (अम्बोदिया) गोवर्धन सिंह डोडिया शामिल हैं। इनके अलावा, चार कार्यकारिणी सदस्य देवेन्द्र बाघेला, सौरभ गोशर, लक्की गुर्जर एवं शुभम डब्बेवाला हैं, जबकि 10 कार्यकर्ता हैं।

    सोशल मीडिया पर वायरल हुए कुछ वीडियो में बड़ी संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता सूर्या के मंदिर में प्रवेश करते समय उनके पीछा जाते दिख रहे हैं। वीडियो में गार्ड द्वारा मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने से रोके जाने पर कार्यकर्ताओं को हंगामा करते देखा जा सकता है। अन्य वीडियो में वे मंदिर के बैरिकेड और दान पेटी धकेलकर नंदी गृह में घुसते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि हिंदुओं के पवित्र सावन महीने के समापन के मौके पर 10 अगस्त को मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। अव्यवस्था से बचने के लिए मंदिर में बैरिकेड लगाए गए थे। (एजेंसी)