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    मुंबई : महाराष्ट्र में दो साल के बाद शुक्रवार को पूरी धूमधाम के साथ दही हांडी उत्सव मनाया जा रहा है। कोविड-19 महामारी के कारण पिछले दो साल ऐसा नहीं हो पाया था। दही हांडी जन्माष्टमी उत्सव (Janmashtami festival) का हिस्सा है। इस दौरान दही से भरी मटकी रस्सियों के सहारे बीच में लटकी होती है, जिसे मानव पिरामिड बनाकर तोड़ा जाता है। यह त्यौहार मुंबई महानगरीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। 

    महाराष्ट्र सरकार ने पिछले महीने घोषणा की थी कि इस साल दही हांडी और गणेश चतुर्थी सहित धार्मिक त्योहारों को मनाने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Ganesh Chaturthi) ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में घोषणा की थी कि उनकी सरकार ने लोकप्रिय उत्सव दही हांडी को साहसिक खेल का दर्जा देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों या उनके परिवारों को मानव पिरामिड बनाने के दौरान किसी खिलाड़ी के हताहत होने की स्थिति में मुआवजा दिया जाएगा। 

     

    उन्होंने कहा कि यदि मानव पिरामिड बनाने के दौरान किसी प्रतिभागी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को 10 लाख रूपये की अनुग्रह राशि मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसी खिलाड़ी के गंभीर रूप से घायल हो जाने पर सात लाख रूपये तथा मामूली रूप से घायल होने पर पांच लाख रूपये दिये जाएंगे। (एजेंसी)