अहमदनगर: बालू ढुलाई करने वाली गाड़ी पर कार्रवाई नहीं करने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत (Bribe) मांग कर रिश्वत लेने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की टीम ने एक निजी व्यक्ति को रंगेहाथ पकड़ा है। रिश्वत लेने के लिए प्रोत्साहन देने के कारण तहसीलदार (Tehsildar) के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। कोपरगांव के तहसीलदार विजय जबाजी बोरूडे (नि. सरकारी आवास कोपरगांव, जि. अहमदनगर) और निजी व्यक्ति गुरमीत सिंह दडियल (40, नि. कोपरगांव, जि. अहमदनगर) के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
इस मामले में गुरमीत दडियल को रंगेहाथ पकड़ा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता के बालू ढुलाई की गाड़ी पर कार्रवाई नहीं करने के लिए गुरमीत सिंह दडियल ने कोपरगांव के तहसीलदार विजय जबाजी बोरूडे के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। साथ ही रिश्वत लेने को तैयार नजर आए।
17 मई को लिखित शिकायत की
रिश्वत देने की इच्छा नहीं होने के कारण शिकायतकर्ता ने एंटी क्रप्शन ब्यूरो से 17 मई 2023 को लिखित शिकायत की। मिली शिकायत की जांच की गई। 19 मई 2023 को एंटी क्रप्शन की टीम ने जाल बिछाया था। इसी दौरान सरकारी गवाह के सामने गुरमित सिंह दडियल ने 20 हजार रुपए की रिश्वत ली। उसे रंगेहाथ पकड़ लिया गया। तहसीलदार बोरूडे और गुरमीत दडियल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई नासिक परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक शर्मिष्ठा घारगे-वालावलकर, अपर पुलिस अधीक्षक नारायण न्याहालदे, पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र पवार के मार्गदर्शन में पुलिस उप अधीक्षक वैशाली पाटिल, पुलिस हवालदार पंकज पलशीकर, पुलिस नाईक नितिन कराड, पुलिस नाईक प्रवीण महाजन, पुलिस नाइक प्रभाकर गवली और चालक पुलिस संतोष गांगुर्डे की टीम ने की।