Nilwande Dam Water Jalpoojan

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अहमदनगर: उत्तर अहमदनगर जिले ( North Ahmednagar District) के 182 सूखाग्रस्त गांवों के लिए वरदान साबित होनेवाले निलवंडे बांध (Nilwande Dam) के बाएं और दाहीने कैनाल का काम पूरा करना जीवन में एक सर्वोच्च खुशी का सपना था। अब निलवंडे बांध के बाएं कैनाल से संगमनेर तहसील (Sangamner Tehsil) में पानी आना पूरे तहसील के लिए एक ऐतिहासिक क्षण हैं। ऐसा प्रतिपादन पूर्व राजस्व मंत्री विधायक बालासाहेब थोरात (Balasaheb Thorat) ने किया।

निलवंडे बांध के बाएं कैनाल से पानी छोड़ने के उपरांत यह पानी पिंपलगांव कोंढिरा टनेल के पास पहुंचने पर निलवंडे बांध और कैनाल के लिए लगातार संघर्ष करने वाले  विधायक बालासाहेब थोरात के हाथों संपन्न हुआ। पूर्व विधायक डॉ. सुधीर तांबे, कैन्सर विशेषज्ञ डॉ. जयश्री थोरात, एड. माधवराव कानवडे, बाबासाहेब ओहोल, रामहरी कातोरे, नवनाथ अरगडे, मिलिंद कानवडे, संतोष हासे, विश्वास मुर्तडक, उत्तमराव घोरपडे समेत तहसील के पदाधिकारी और नागरिक भारी संख्या में उपस्थित थे। 

गांवों के लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन होगा

इस अवसर पर विधायक थोरात ने कहा कि 1985 में बांध के लिए फालोअप शुरू किया था। 1992 में प्रत्यक्ष रूप में काम की शुरूआत हुई, लेकिन 1999 से बांध के काम को गति मिली। अनेक संकट और कठिनाइयों का सामना कर बांध का काम पूरा होने के लिए भारी मात्रा में निधि हासिल की। इतने वर्षों के अविरत प्रयासों के बाद तहसील में निलवंडे का पानी पहुंचना जीवन में सर्वोच्च खुशी का और तहसील के लिए एक ऐतिहासिक पल है। निलवंडे का पानी पहुंचने से सूखागस्त गांवों के लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन होगा। अब अनेक लोग श्रेय लेने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन निलवंडे बांध और कैनाल का काम किसने किया इस बारे में तहसील की जनता अवगत है। पूर्व विधायक डॉ. तांबे ने भी अपने विचार व्यक्त किए।