अहमदनगर: खेल (Sport) के कारण किसी भी प्रकार की स्थिति का मुकाबला करने की क्षमता तैयार होती है। खेल के दौरान मानसिक एकाग्रता (Mental Concentration), सतर्कता (Alertness) और कम समय में निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। सामने निर्माण होने वाली कठिन स्थिति और संकट पर मात कराने की मानसिकता खेल के कारण निर्माण होती है। ऐसा प्रतिपादन अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत खैरे (Additional District Superintendent of Police Prashant Khaire) ने किया।
अहमदनगर एज्युकेशन सोसायटी की सभी स्कूलों के लिए आयोजित खेल के संयुक्त मेले के उद्घाटन समारोह में खैरे बोल रहे थे। संस्था की प्रमुख कार्यवाह छायाताई फिरोदिया, प्रकाश गांधी, सुनंदा भालेराव, संजय बोरा, भूषण भंडारी, एड. गौरव मिरीकर,मनिषा गुगले, मंगल कुलकर्णी, मुख्याध्यापक उल्हास दुगड, अजय बारगल, प्रभाकर भाबड, संदीप उबाले, विद्या गांगर्डे, वनिता गोत्राल आदि उपस्थित थे।
खेल के कारण ही मैं आज इस पद पर हूं
प्रशांत खैरे ने कहा कि खेल के कारण ही मैं आज इस पद पर हूं। खेल के कारण शारीरिक तंदुरूस्ती के साथ मानसिक तंदुरूस्ती भी अच्छी रहती है। खेल कौशल, जिद्द और संघर्ष का सामना करने की क्षमता होने वालों को अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं। जीवन में अनुशासन का महत्व काफी अधिक है। इस अवसर पर प्रमुख कार्यवाह छायाताई फिरोदिया का भाषण हुआ। मुख्याध्यापक उल्हास दुगड ने परिचय कराया। मुख्याध्यापक प्रभाकर भाबड ने क्रीडा विवरण पेश किया। सतिश गुगले और अमेय कानडे ने सूत्र संचालन किया। मुख्याध्यापक अजय बारगल ने आभार व्यक्त किया।