अहमदनगर. मौजूदा समय में सभी जगह कोरोना (Corona) के कारण नकारात्मक स्थिति का अनुभव किया जा रहा है। ऐसी स्थिति के संगमनेर (Sangamner) के मल्टी नेशनल मेडिकवर तांबे हॉस्पिटल (Medicover Tambe Hospit) में लगातार कम होनेवाली आक्सीजन (Oxygen) की मात्रा और पुरानी मस्तिष्क की बीमारी होने के बावजूद 89 वर्ष के बुजुर्ग ने कोरोना को मात दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, संगमनेर तहसील के एक 89 वर्ष के बुजुर्ग व्यक्ति को कोरोना संक्रमित हो गए थे। इस व्यक्ति के ऑक्सीजन की मात्रा लगातार कम हो रही थी। साथ ही उन्हें मस्तिष्क की पुरानी बीमारी थी। इसके बावजूद मरीज के रिश्तेदारों ने मेडिकवर तांबे हॉस्पिटल को पूरा सहयोग देने का वादा करने पर डॉ. सुशांत गिते के निगरानी में मरीज का इलाज शुरू किया। दवाईयां और ऑक्सीजन की भारी कमी होने के बाद भी अस्पताल के कर्मियों ने वैश्विक दर्जा के उपचार किए। वैद्यकीय उपचार को वृध्द मरीज के शरीर ने भी अच्छा साथ दिया।
12 दिनों तक चला इलाज
12 दिनों की ट्रीटमेंट के बाद मरीज को अस्पताल से डिसस्चार्ज किया गया। मेडिकवर हॉस्पिटल में उच्च दर्जा के उपचार, रिश्तेदारों का साथ और सक्षम मनोवृत्ति के कारण ही कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी को हराना संभव हुआ। ऐसी प्रतिक्रिया वृध्द मरीज ने व्यक्त की। मेडिकवर तांबे हॉस्पिटल के डॉ. सुशांत गिते, डॉ. कैलास मांडे, सिस्टर अनिता काटे, सिस्टर खैरे, ब्रदर सर्जित, आपरेशन मैनेजर सचिन इंगले, दीपक जाधव, सुनील अहिरराव समेत अस्पताल के पूरे स्टाफ ने जान की बाजी लगाकर वृध्द मरीज को बचाने के लिए प्रयास किए।