अकोला. शहर के पुराना शहर क्षेत्र में जलापूर्ति का नियोजन बार बार विफल हो रहा है. मंगलवार को की जानेवाली जलापूर्ति कभी गुरुवार को तो कभी शुक्रवार को की जा रही हैं. जिसके कारण नागरिक परेशान देखे जा रहे हैं. अधिकांश नागरिक एक सप्ताह के लिए पर्याप्त पानी जमा करते हैं. सात दिन इंतजार करने के बाद भी नल का पानी नहीं आता है. 9 से 10 दिन बाद नल का पानी छोड़ा जा रहा है. जिसके कारण लोगों को बारिश के दिनों में जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है.
विशेष रूप से लक्ष्मी नगर, आश्रय नगर, गजानन नगर, सरस्वती नगर, मनोरथ कालोनी, राव नगर परिसर में लोगों को कृत्रिम जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है. इसी तरह कभी मटमैला तो कभी गंदा पानी आने से नागरिक परेशानी में हैं. जिसके कारण डाक्टर की सलाह पर पानी को उबालकर ठंडा करके पीना पड़ रहा है. गंदे पानी की आपूर्ति के कारण यह पानी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.
इस समय लोग सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित हैं. ऐसे में नागरिकों के पास फिल्टर खरीदने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. इसलिए घरेलू जल शुद्धीकरण के लिए फिल्टर लगाए गए हैं. नागरिकों को अनावश्यक रूप से अतिरिक्त लागत वहन करना पड़ता है. इस ओर संबंधित विभाग को ध्यान देने की मांग की जा रही है.