चार दिनों में जिले भर में 8,124 हे. में फसलों का भारी नुकसान

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    • तीन तहसीलों में सोयाबीन, कपास की फसलें हुई खराब

    अकोला. जिले के कुछ क्षेत्रों में 9 से लेकर 12 अक्टूबर तक इन चार दिनों में हुई अत्यधिक बारिश के कारण करीब 8,124 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का भारी नुकसान हुआ है. अनेक क्षेत्रों में नदी, नालों में अचानक पानी बढ़ जाने के कारण किसानों के खेतों के साथ साथ अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के घरों तक पानी आ जाने से भारी नुकसान होने की जानकारी सामने आई है.

    तेल्हारा तथा अकोट तहसील के कुछ गांवों से तो संपर्क भी टूट गया था. इन चार दिनों में हुई भीषण बारिश से सोयाबीन, कपास, तुअर तथा सब्जियों की फसलों का नुकसान हुआ है. मुर्तिजापुर तथा अकोट तहसील में जिन किसानों के नुकसान हुए हैं उसकी रिपोर्ट आ गई है. इसके अलावा भी अन्य कुछ तहसीलों में नुकसान होने की जानकारी है. यह जानकारी सामने आने के बाद निश्चित ही नुकसान का क्षेत्र बढ़ेगा. 

    चार दिनों में हुआ नुकसान

    चार दिनों में हुई अत्यधिक बारिश के कारण जिले की तेल्हारा तहसील में 1413 हेक्टेयर, अकोट तहसील में 1356 हेक्टेयर, मुर्तिजापुर तहसील में 5,355 हेक्टेयर इस तरह इन तीन तहसीलों में कुल मिलाकर 8,124 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है. 1 जून 2022 से लेकर अब तक जिले में 747.5 मि.मी. बारिश दर्ज की गयी है. जिसका प्रमाण 104.6 प्रश बताया गया है. यह जानकारी आपत्ति प्रबंधन कक्ष द्वारा प्राप्त हुई है. 

    अकोट, तेल्हारा में भारी नुकसान

    प्रशासन द्वारा अभी तक तीन तहसीलों के नुकसान की जानकारी प्राप्त हुई है, लेकिन अन्य तहसीलों में भी नुकसान हुआ है जिसका सर्वे किए जाने की मांग हो रही है. अन्य तहसीलों के किसानों का कहना है कि शीघ्र ही पंचनामे तथा सर्वे कर के उन्हें भी नुकसान भरपाई में शामिल किया जाए. सतपुड़ा की तलहटी में बसे अनेक गांवों में लोगों का भारी नुकसान हुआ है. अनेक क्षेत्रों में किसानों ने सोयाबीन की फसल काट कर रखी थी वह भी इस बारिश में भीग कर खराब हो गयी है. 

    किसानों को शीघ्र मदद

    पिछले चार दिनों में जिन किसानों का नुकसान हुआ है, उन किसानों को शीघ्र अतिशीघ्र सरकार द्वारा आर्थिक मदद मिलनी चाहिए. सरकार द्वारा मदद निधि का वितरण करते समय किसी भी किसान पर अन्याय न हो, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए, यह मांग हो रही है.