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    • जिला क्षय रोग अधिकारी डा.अलका बोराखड़े ने दी जानकारी 

    अकोला. 15 से 25 नवंबर 2021 तक राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जिलों में सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान शुरू किया जा रहा है, यह जानकारी जिला टीबी रोग अधिकारी डा.अलका बोराखड़े ने दी है.

    जिले में कुछ जनसंख्या समूह जैसे झुग्गी-झोपड़ी, ईंट भट्टे, खानाबदोश जनजातियां, काम के लिए प्रवासी और साथ ही खदान में काम करने वाले, बेघर आदि सामाजिक समूह के साथ साथ जेलों, वृद्धाश्रमों, आश्रमों, छात्रावासों, आदिवासी बच्चों के छात्रावासों आदि के निवासियों में टीबी से संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है.

    तदनुसार, उन्हें राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली मुफ्त सेवाओं का लाभ मिलने के लिए 15 से 25 नवंबर 2021 तक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों और स्वयंसेवकों के साथ टीम होम विजिट के जरिए इस अभियान को अंजाम देगी. इस अभियान का पहला चरण कल, 15 नवंबर, 2021 से शुरू हो रहा है.

    अभियान अवधि के दौरान गांववार जोखिम वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से क्षय रोग के लक्षणों के आधार पर क्षय रोग के लक्षणों का सर्वेक्षण किया जाएगा. टीबी का निदान थूक के नमूने, एक्स-रे परीक्षा और लक्षण वाले व्यक्ति के अन्य आवश्यक परीक्षणों के माध्यम से किया जाएगा.

    निदान किए गए प्रत्येक टीबी रोगी के लिए दवा शुरू की जाएगी. टीबी नियंत्रण कार्यक्रम के तहत उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों के प्रत्येक घर का स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आशा, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के माध्यम से सर्वेक्षण किया जाएगा. सर्वेक्षण में दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी, साथ ही दो सप्ताह से अधिक समय तक बुखार, पिछले तीन महीनों में महत्वपूर्ण वजन घटाने, पिछले छह महीनों में थूक से खून बहना, पिछले एक महीने से सीने में दर्द या पहले टीबी के लिए इलाज शामिल है. ऐसे लक्षणों वाले संदिग्धों की जांच की जाएगी.

    मरीजों को मिलेगी मदद

    यदि कोई लक्षण मिले तो जांच कराएं और सभी लोगों को इस अभियान से लाभ मिले और सर्वे के लिए आने वाले कर्मचारियों की भी मदद की जाए. सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2018 से नये से पाए जानेवाले मरीजों को निजी या सरकारी अस्पताल के सभी टीबी मरीजों को प्रति माह 500 रू. अनुदान, पोषण आहार के अंतर्गत पोषाहार और औषधोपचार शुरू किया जाएगा. इस योजना का लाभ लेने के लिए संबंधित (आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता) को बैंक खाता संख्या और आधार संख्या दी जानी चाहिए, यह आहवान डा.अलका बोराखड़े ने किया है.