महाराष्ट्र/अकोला: अकोला जिले के पारस स्थित बाबूजी महाराज संस्थान में रविवार की शाम साढ़े सात बजे तेज हवा और बेमौसम बारिश के कारण 150 साल पुराना नीम का पेड़ मंडप पर गिर गया, जिससे सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस बारे में बताया जा रहा है कि इस घटना में 7 लोगों की मौत हो गई है, वहीं एक 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और 30 लोग घायल हुए है।
इस बीच पेड़ गिरने के बाद देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना का संज्ञान लिया है और अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की और घायलों का सरकारी खर्चे पर इलाज कराने का निर्देश दिया। पारस में हुए इस हादसे में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 30 घायल हो गए। एकनाथ शिंदे ने जिला प्रशासन से इस घटना की जानकारी ली।
प्रत्येक रविवार को भक्त बाबूजी महाराज संस्थान को देखने आते हैं। इसी स्थान पर रात 10 बजे ‘दुःख निवारण’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मंदिर के बगल वाले हॉल में आयोजन की तैयारियों में भक्त जुटे हुए थे। इसी बीच शाम होते-होते माहौल बदल गया और तेज हवा चलने लगी। इस तेज हवा के कारण मंदिर के बगल का नीम का पेड़ टीन की चादर वाले सभा भवन पर गिर गया। नतीजतन, जानकारी सामने आ रही है कि बैठक हॉल और उन पर पेड़ गिरने से लगभग 50 लोग कुचल गए और इस घटना में सात लोगों की मौत हो गई।
पारस (जि.अकोला) येथे बाबुजी महाराज संस्थानात सभामंडपावर झाड कोसळून झालेल्या दुर्घटनेबद्दल मुख्यमंत्री @mieknathshinde यांनी शोक व्यक्त केला आहे. मृतांच्या कुटुंबिंयांना प्रत्येकी चार लाख रुपये मदत त्यांनी जाहीर केली असून जखमींवर शासकीय खर्चाने उपचार करण्याचे निर्देश दिले आहेत.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 10, 2023
इस घटना में 5 पुरुष व 2 महिलाओं की मौत हुई है, जिनमें मुरलीधर अंबरखाने (बाकी पारस), अतुल आसरे (35 वर्ष बभुलगांव), पार्वतीबाई सुशिर (55 वर्ष निवासी भालेगांव बाजार, जिला खामगांव), उमा खरोड़े (55) शामिल हैं. वर्ष दीपनगर), भुसावल) अन्य तीन मृतकों की शिनाख्त के प्रयास जारी हैं. साथ ही देर रात तक सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन भी शुरू हुआ। देर रात संभागायुक्त निधि पांडेय, आईजी जयंत नाइकनवरे ने प्राथमिक उपचार में घायलों का हाल जाना।