
- रात को लगाना पड़ रहा पंखा
अकोला. दिसंबर माह अब समाप्ति की ओर है. लेकिन अभी तक जैसी ठंड चाहिए वैसी नहीं पड़ रही है. अभी भी सभी जगह बदरीला मौसम है. सिर्फ देर रात के बाद सुबह 9 बजे तक लोग ठंड के मौसम का अनुभव करते हैं. कुछ समय पूर्व जब ठंड थोड़ी बढ़ी थी उस समय ऐसा लग रहा था कि इस वर्ष अच्छी ठंड पड़ेगी, लेकिन अभी तक ठंड नहीं पड़ी है. इसी कारण से लोग अभी गर्म कपड़ों का उपयोग नहीं कर रहे हैं.
ठंड मेहमान की तरह आती है
हर साल यहां ठंड मेहमान की तरह आती है उसी समय लोग शाल, स्वेटर, मफलर आदि गर्म कपड़ों का उपयोग करते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव जलाकर हाथ सेंकते हैं. लेकिन इस बार अभी तक ठंड का आगमन नहीं हुआ है. सभी को मालूम है कि यह ठंड कुछ समय के लिए ही यहां रुकती है. इसी कारण लोग ठंड के स्वागत के लिए तैयार रहते हैं. वैसे यहां अधिकतर गर्मी का मौसम ही रहता है. इसी कारण से लोग बेसब्री से ठंड का इंतजार करते हैं और इन ठंड के दिनों में लोगों को थोड़ी राहत मिलती है. इसलिए यहां लोगों को अभी ठंड का इंतजार है.
ठंड में आनेवाले फल और सब्जिंया आ गईं
ठंड के मौसम में आनेवाले आंवला, बड़े वाले बेर, कार्तिक के फूल, अमरुद और ठंड के दिनों में अब मेथी, मूली, गाजर तथा भर्ते के बैंगन, हरी मटर का आगमन बाजारों में हो गया है. लेकिन ठंड अभी भी लापता है. इस समय गाजर, मेथी, मटर की ओर लोगों का काफी रुझान देखा जा रहा है. इन सब्जियों की आवक भी बाजारों में काफी है.
अभी भी पंखा लगा रहे लोग
दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में भी लोग अपने घरों में दोपहर तथा रात को फैन लगा रहे हैं. क्यों कि अभी भी घरों के अंदर मौसम ठंडा नहीं हुआ है. इन ठंड के दिनों में भी लोगों को पंखों का उपयोग करना पड़ रहा है. जबकि इन दिनों में सुबह से लेकर रात तक मौसम ठंडा रहता है. लेकिन फिलहाल स्थिति अभी अलग है. दोपहर के समय भी जैसे उमस बनी रहती है.
फसलों को भी चाहिए ठंड
इस बारे में किसानों से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि इस समय रबी की फसल के लिए अच्छी स्थिति है. बारिश अच्छी होने के कारण जमीन में काफी नमी है, लेकिन रबी की फसलों के लिए जैसी ठंड चाहिए वैसी नहीं पड़ रही है. रबी की फसलों की वृद्धि के लिए भी ठंड बहुत जरूरी है. जबकि ठंड न पड़ना और मौसम बदरीला बना रहना यह रबी की फसलों के लिए पोषक नहीं है.