Village women will check water quality

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    अकोला. गांवों को जलापूर्ति करने की जिम्मेदारी रहनेवाले ग्राम पंचायत की उदासिनता से जिले की 77 गांवों के लोगों का स्वास्थ्य खतरे में आया है. जिले के कुछ ग्रामपंचायतों में ब्लिचिंग पाउडर खरीदी ही की नहीं है. अनेक स्थानों पर ब्लिचिंग पाउडर में क्लोरिन का प्रमाण अपेक्षा के अनुरुप कम पाया गया है. जिससे यह स्थिति निर्माण होने की खतरनाक जानकारी सामने आई है. 

    ग्रामीण भागों में जलस्त्रोतों में ब्लिचिंग पाउडर डालकर वह शुद्ध जल ग्रामस्थों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की रहती है. इस के लिए स्थानीय स्तर पर अपने आवश्यकता के अनुसार ब्लिचिंग पाउडर खरीदी के अधिकार भी इस ग्राम पंचायतों को दिए गए है. लेकिन कुछ ग्राम पंचायत इस गंभीर बात की आनाकानी करने का दिखाई दे रहे है.

    अकोला, बालापुर और मूर्तिजापुर तहसील के कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के क्षेत्र के अनेक गांवों में सैंकड़ों ग्रामस्थों की जान से इस ग्राम पंचायतों द्वार खेल शुरू है. इस संदर्भ में जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग की ओर से उक्त ग्राम पंचायतों को ब्लिचिंग पाउडर तुरंत खरीदी करने की सूचना दी गई है. 

    77 पानी नमूने दूषित 

    ग्राम पंचायतों की उदासिनता से ऐसी स्थिति निर्माण हो गई है. जिला स्वास्थ्य प्रयोगशाला में दिसंबर माह में 1,145 पानी नमूनों की जांच की गई. जिसमें 77 गांवों में पानी नमूने दूषित आने की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हो गया है. जिसमें अकोला तहसील के 18, अकोट के 10, बालापुर 24, बार्शीटाकली 12, तेल्हारा 2 और शहरी भागों में 10 गांवों का समावेश है.   

    ब्लिचिंग पाउडर के 8 नमूने निष्प्रभ 

    ब्लिचिंग पाउडर का स्टाक करके रखते नहीं आता है, जिससे हर तीन माह के बाद ब्लिचिंग पाउडर खरीदी की जाती है. तीन माह से अधिक कालावधि होने पर इस ब्लिचिंग पाउडर की क्लोरिन का मात्रा धीरे धीरे कम होती जाती है. और इस अवसर पर उसकी गांठे भी तैयार हो जाती है. बाद में वह पाउडर निष्प्रभ ठहरती है. अकोला जिले में ब्लिचिंग पाउडर के लिए 111 नमूनों में से 15 नमूने निष्प्रभ पाए गए है. जिसमें 8 नमूनों में क्लोरिन की मात्रा 20 प्रश से कम पाई गई है. जिसमें अकोला तहसील में 1, बालापुर, बार्शीटाकली और मूर्तिजापुर में प्रत्येकी 2 और पातुर में 1 नमूनों का समावेश है.  

    महान में ब्लिचिंग का स्टाक पर्याप्त 

    अकोला शहर को महानगर पालिका की ओर से महान स्थित काटेपूर्णा बांध से जलापूर्ति की जाती है. यहां पर शुद्धीकरण प्रक्रिया के लिए ब्लिचिंग का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध है. यह जानकारी काटेपूर्णा प्रकल्प के अभियंताओं ने दी है.