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अकोला. महावितरण के अकोला परिमंडल के अंतर्गत स्थायी रूप से बिजली पूर्ति खंडित किए गए करीब 2 लाख 39 हजार ग्राहकों की जांच के लिए महावितरण द्वारा गंभीरता से अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के अंतर्गत जिन ग्राहकों की बिजली पूर्ति स्थायी रूप से खंडित की गयी है ऐसे बिजली ग्राहकों ने यदि बिल की बकाया राशि भर कर सहयोग किया तो उन्हें तुरंत नये बिजली के मीटर दिए जाएंगे.

यदि यह पता लगता है कि बिजली की चोरी की जा रही है तो इस तरह के ग्राहकों पर अपराध दर्ज करने के निर्देश परिमंडल के मुख्य अभियंता दत्तात्रय पडलकर द्वारा दिए गए हैं. परिमंडल द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार अकोला, बुलढाना और वाशिम जिले के 2 लाख 39 हजार ग्राहकों की ओर 235 करोड़ 85 लाख की राशि बकाया है. इन ग्राहकों की बिजली पूर्ति स्थायी रूप से खंडित करने के बाद भी यह ग्राहक बिजली बिल की बकाया रकम भरने के लिए तैयार नहीं है.

इस तरह के स्थायी रूप से बिजली पूर्ति खंडित किए गए अकोला जिले के 6 ग्राहक, बुलढाना जिले के 74 तथा वाशिम जिले के 12 ग्राहक इस तरह कुल 92 लोगों के यहां बिजली की चोरी की जानकारी पायी जाने के कारण बिजली कानून के अनुसार कानूनी करते हुए अपराध दर्ज किए गए हैं. इसी तरह अप्रैल और मई माह में 830 और 1915 ग्राहकों के पास से 185 लाख रू. बिजली बिल की बकाया राशि के वसूल किए गए हैं. 

सजा का प्रावधान है

महावितरण के अकोला परिमंडल द्वारा कहा गया है कि, बिजली की चोरी यह कानूनी अपराध है. इसमें दंड के साथ तीन वर्ष की सजा का भी प्रावधान है, इस कारण महावितरण के ग्राहकों ने नियमानुसार ही बिजली का कनेक्शन लेना चाहिए. इसी तरह जिन लोगों की बिजली स्थायी रूप से बंद की गयी है ऐसे लोगों ने अपनी बिजली बिल की बकाया राशि भर कर के बिजली का कनेक्शन लेना चाहिए. महावितरण द्वारा इस तरह की व्यवस्था की गयी है. 

31 दल कार्यान्वित

परिमंडल द्वारा दी गयी जानकारी में कहा गया है कि, महावितरण द्वारा जांच करने के लिए 31 दल कार्यान्वित किए गए हैं, जो कि जून माह में बहुत तेजी से जांच करेंगे. अकोला जिले में 10, बुलढाना जिले में 15 तथा वाशिम जिले में 6 इस तरह 31 दल कार्यरत हैं. चार वरिष्ठ अधिकारियों का भी इस दल में समावेश हैं.