
अकोला. जनवरी माह से महानगर पालिका के विविध विभाग की ओर करोड़ों रू. के बिजली बिल बकाया है. इस के संदर्भ में महावितरण की ओर से बार बार मांग करने की पार्श्वभूमि पर जिसमें से कम से कम एक माह के बिजली बिल का भुगतान करने की सूचना आयुक्त संजय कापडणीस ने वित्त विभाग को दी है. वित्त विभाग की जायजा बैठक में उन्होंने यह सूचना की है.
महान के जलशुद्धीकरण केंद्र, कर्मचारी निवासस्थान, महानगरपालिका मुख्य कार्यालय, आयुक्त और अधिकारियों के निवासस्थान, शाला, जोन कार्यालय, एलबीटी कार्यालय, पथदीप, विविध स्थानों पर नागरिकों की सुविधा के लिए लगाए गए सबमर्सिबल पंप आदि के लिए बिजली देने की जिम्मेदारी महानगर पालिका की ओर है. जिसमें महान के जलशुद्धीकरण केंद्र, मनपा मुख्य कार्यालय और पथदीप के बिजली बिल सर्वाधिक आता है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार महानगर पालिका ने जनवरी 2020 से बिजली बिल का भुगतान किया ही नही. इस ओर ध्यान देकर आयुक्त संजय कापडणीस ने वित्त विभाग में जायजा बैठक लेते हुए प्रतिदिन का राजस्व, खर्च, कर्मचारियों का वेतन आदि की जानकारी लेकर कम से कम एक माह का बिजली बिल भुगतान करने की सूचना दी है.
महावितरण का महानगर पालिका की ओर करीब 5 करोड़ रू. का बिजली बिल बकाया है. जनवरी से बिजली बिल का भुगतान न करने से बकाया राशि में वृध्दि हो रही है. जिससे कम से कम एक माह का बिजली बिल का भुगतान महावितरण को किया जाए, ऐसा आयुक्त ने बताया है. इसके लिए अब महानगर पालिका को 80 लाख रू. का खर्च सहना पड़ेगा.