Crop Damage
File Photo

    Loading

    अकोला. जिले में मंगलवार को हुई बेमौसम बारिश से फसलों का बड़े पैमाने पर हानि हो गई है. जिले में अकोट, अकोला व मूर्तिजापुर के साथ अन्य स्थानों पर हुई ओलावृष्टि से 550 हेक्टेयर पर नुकसान होने का प्राथमिक अनुमान है. 

    मूर्तिजापुर तहसील में ओलावृष्टि के साथ बेमौसम बारिश से तुअर, चना, गेहूं, प्याज, सब्जी, फलबागों का नुकसान हो गया. तहसील के ग्राम निंभा, कमलणी, कमलखेड, धोत्रा शिंदे, धानोरा पाटेकर, अनभोरा, शेंद, बिडगांव, शिवण खुर्द, राजूरा घाटे, मोहखेड, मुरंबा, कानडी, किनखेड, उमरी परब इन गांवों से साथ परिसर के गांवों को बेमौसम बारिश से काफी नुकसान हुआ है.

    इस दौरान बेर के आकार के ओले गिरे है. इन गांवों में व परिसर में कम से कम एक घंटा ओलावृष्टि हुई है. गांवों में चहुओर बर्फबारी थी. बेमौसम बारिश से किसानों की फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हो गया है. कुछ स्थानों पर मवेशियों के गोठों पर पेड़ गिरने से मवेशी जख्मी हो गए. किनखेड के मुकेश गुप्ता का सर्वाधिक नुकसान हो गया है.

    किनखेड कामठा में शाला परिसर तथा सड़कों पर पेड़ गिरे तथा कुछ स्थानों पर बिजली के तार टूटकर गिरे. चना, गेहूं, तुअर की फसल के साथ फलबागों का काफी नुकसान हुआ है. सरकार ने इस नुकसान ग्रस्त भागों का सर्वेक्षण कर किसानों को नुकसान भरपाई देने की मांग की जा रही है. 

    फलबागों का नुकसान 

    मूर्तिजापुर तहसील के ग्राम कंझारा, मुखेड, लोदीपुर, आरखेड, धानोरा वैद्य, धोत्रा परिसर में 3 बजे के दौरान ओलावृष्टि हो गई. जिससे चना, तुअर, गेहूं, हल्दी, पपई का नुकसान हो गया. चने के फूल झड गए है. गेहूं, हल्दी की फसल को भी बेमौसम बारिश से नुकसान हो गया है.  

    जानवर, पंछियों ने गंवाई जान

    बेमौसम बारिश से जानवार व पंछियों को भी जान गंवानी पड़ी है. बालापुर तहसील में 15 से 20  बकरियों की मौत हो गई है. इस के साथ ही छोटे पंछियों की भी मौत हो गई है.  

    तुअर, कपास की बड़ी हानि 

    बेमौसम बारिश से तुअर व कपास की बड़ी हानि हो गई है. अनेक किसानों ने तुअर सोंगून रखी थी. यह तुअर मिट्टीमोल हो गई. कपास को भी आखरी बहार आया था. ओलावृष्टि से बोंड गिर गए है.