मास्क सिने से मिला महिला बचत समूहों को रोजगार

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    • युनिसेफ के माध्यम से मास्क सिने का काम 
    • न.प. मुख्याधिकारी वाहुरवाघ व 

    अकोट. स्थानीय अकोट नगर परिषद, पंडित दीनदयाल अंत्योदय योजना व राष्ट्रीय नागरी उपाजीविका अभियान के अंतर्गत स्थापित महिला बचत समूहों को कोरोना काल के दौरान नगर परिषद प्रशासन संचालनालय वरली मुंबई और युनिसेफ के माध्यम से मास्क सिने का काम मिलने की वजह से नगर परिषद अकोट द्वारा स्थापित पंजीकृत महिला बचत समूहों को रोजगार प्राप्त हुआ हैं. शहर में पंडित दिनदयाल योजना के तहत आज तक 350  महिला बचत समूहों का पंजीयन हुआ है.

    इसमें से 84 सिलाई काम करने वाली बचत समूहों के सदस्यों की सूची सरकार को भेजी गई थी. इस के अनुसार अकोट नगर परिषद के बचत समूहों को 15,202 मास्क सिने का उद्दिष्ट दिया गया है. इसमें प्रेरणा शहर संघ नगर परिषद अकोट के अंतर्गत महिला बचत समूह को प्रशिक्षण भी दिया गया था. इसी तरह शहर की 80 महिलाओं ने इस उपक्रम में हिस्सा लिया था. 80 महिलाओं में से 24 महिलाएं मास्क सिलाई करने के लिए उत्सुक देखी गयी थी.

    जिससे नगर पालिका के मुख्याधिकारी श्रीकृष्ण वाहुरवाघ, नगराध्यक्ष हरिनारायण माकोडे, शहर अभियान व्यवस्थापक सुनीता तायड़े ने सभी महिलाओं को मार्गदर्शन कर बीपीएल रेखा के नीचे पंजीकृत बचत समूहों की महिलाओं को कोरोना काल के दौरान बहुत अधिक प्रमाण में रोजगार उपलब्ध कराया गया है. इस तरह से अकोट शहर की महिलाओं ने 15,000 मास्क सिलाई का काम पूरा किया है. इस मास्क बिक्री से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हुआ है.

    अकोट शहर की राज्य के 36 जिलों में से जनसंख्या के आधार पर और बचत समूह सदस्य संख्या के आधार पर यह चयन किया गया था. इस में 15,202 मास्क का उद्देश्य रखा गया था. मास्क बनाने के लिए बेहतर मुलायम कॉटन कपड़े का उपयोग कर सूक्ष्म मिट्टी के बारिक कण और पानी के छींटे मास्क के आर पार न जा सके ऐसी सिलाई करनी पड़ती है. कोविड पृष्ठभूमि पर इस बचत समूह की महिलाओं को चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था. इसी के कारण 15,202 मास्क का उद्देश्य पूरा किया जा सकता है.

    इसमें से 28 महिला बचत समूहों की सदस्याओं को रोजगार उपलब्ध हुआ है. इस उपक्रम के लिए सरकार ने अकोट शहर के बचत समूहों की सैकड़ो महिलाओं को रोजगार उपलब्ध किया गया है. इस परिस्थिति में उनके परिवार को मजदूरी प्राप्त होने से लाकडाउन के मार से राहत मिली है. ऐसे बहुत से रोजगार महिला बचत गटों को उपलब्ध करने के लिये नगर परिषद मुख्याधिकारी श्रीकृष्ण वाहुरवाघ और नगराध्यक्ष हरिनारायण माकोडे प्रयासरत रहते हैं.