- उस पर खरीफ फसलों पर कीटकों का संक्रमण
अकोला. जिले में किसानों को अभी तक ना ही फसल बीमा की राशि मिली है और ना ही नुकसान भरपाई मिली है. जबकि जुलाई माह और सितंबर माह में दो बार अत्यधिक बारिश होने के कारण नदी, नालों में आई बाढ़ से अनेक किसानों के खेतों की मिट्टी बह जाने के कारण भारी प्रमाण में नुकसान हुआ है. इसी तरह अनेकों किसानों के खेतों में बादल फटने के समान बारिश होने से काफी नुकसान हुआ है.
जुलाई तथा सितंबर माह में हुए नुकसान का सर्वे और पंचनामा हो चुका है. लेकिन अभी तक किसानों को कोई मदद प्राप्त नहीं हुई है. इस कारण जिन किसानों का नुकसान हुआ है वे किसान पहले ही संकट में हैं. उस पर अब खरीफ फसलों पर विविध कीटकों के संक्रमण के कारण स्थिति और बिगड़ गयी है.
खरीफ फसलों पर कीटकों का संक्रमण
जिले के अनेक क्षेत्रों में खरीफ फसलों पर विविध कीटकों का संक्रमण देखा जा रहा है. पिछले कुछ समय से या तो तेज धूप या बदरीला मौसम और बीच बीच में बारिश इस कारण कीटकों को काफी पोषक वातावरण मिला है. शायद इसी कारण से फसलों पर कीटकों का संक्रमण तेजी से बढ़ा है. कपास की फसलों पर विविध प्रकार के कीटकों का प्रभाव देखा जा रहा है. विविध कीटकों के संक्रमण के साथ साथ अनेक क्षेत्रों में गुलाबी बोंड इल्ली का संक्रमण भी देखा जा रहा है.
इस गुलाबी बोंड इल्ली के संक्रमण के कारण कपास के पौधों के फूल और पत्ते गल कर गिर रहे हैं. किसानों द्वारा फसलों पर विविध प्रकार के छिड़काव किए जा रहे हैं लेकिन अभी भी स्थिति सुधर नहीं पा रही है. इसी प्रकार सोयाबीन तथा मूंग और उड़द की फसलों पर भी विविध कीटकों का संक्रमण देखा जा रहा है. जिले के अनेक क्षेत्रों में खरीफ फसलों पर विभिन्न प्रकार के संक्रमण देखे जा रहे हैं. इस समय जिले के किसान फसलों को कीटकों से बचाने के लिए विविध प्रकार के छिड़काव करने में लगे हैं.
स्थानीय किसान दीपेश तिवारी से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि यदि इन कीटकों का प्रभाव खत्म नहीं हुआ तो निश्चित ही खरीफ फसलों का उत्पादन घटेगा, इन संभावनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता है. कपास की फसल पर अधिक संक्रमण देखा जा रहा है, लेकिन अन्य खरीफ फसलों पर भी कुछ न कुछ संक्रमण लगा हुआ है.
किसानों का कहना है कि फसल बीमा की राशि के साथ साथ नुकसानग्रस्त किसानों को सरकार द्वारा तुरंत मदद राशि प्रदान की जानी चाहिए. क्योंकि नुकसान सिर्फ एक बार नहीं हुआ है, बल्कि दो बार हुआ है. इसलिए सरकार ने इस ओर तुरंत गंभीरता से ध्यान देते हुए किसानों की तुरंत मदद करनी चाहिए.