'Join hands' movement of underprivileged Yuva Aghadi against harassment of project victims

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अकोला. विभिन्न सरकारी परियोजनाओं में अपनी जमीन और मकान गंवाने वाले परियोजना पीड़ितों उप जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा बार बार प्रताड़ित किया जा रहा है. परियोजना पीड़ितों के उत्पीड़न के खिलाफ वंचित युवा अघाड़ी ने मंगलवार को फ्लेक्स पर एक मुद्रित निवेदन देकर परियोजना पीड़ितों की प्रताड़ना रोकने की मांग कर ‘हाथ जोड़ो’ आंदोलन किया. 

सरकार ने नागरिकों की भूमि और घरों का अधिग्रहण किया है और जिले में बांधों, सड़कों और अन्य सरकारी गतिविधियों के लिए परियोजनाएं स्थापित की हैं. उक्त परियोजना से प्रभावित किसानों एवं नागरिकों को परियोजना प्रभावित प्रमाण पत्र जारी करने की जिम्मेदारी डिप्टी कलेक्टर सदाशिव शेलार की है. लेकिन कार्यालय द्वारा परियोजना पीड़ितों की प्रताड़ना की जा रही है. पिछले पांच वर्षों से, कई परियोजना पीड़ित उक्त कार्यालयों में चक्कर काट रहे हैं.

उन्हें कार्यालय द्वारा सूचीबद्ध न होने वाले दस्तावेजों को जमा करने की सख्ती की जा रही है. जब सुनवाई की तारीख दी जाती है तो अधिकारी अनुपस्थित रहता है. जिस क्लर्क को जिम्मेदारी सौंपी गयी है वह विनम्रता से पेश नहीं आता है. जिससे वंचित बहुजन युवा अघाड़ी, अकोला जिला व महानगर के पदाधिकारियों ने अभिनव तरीके से उप जिलाधिकारी शेलार को निवेदन देकर विरोध जताया.

इस आंदोलन में युवा आघाड़ी के प्रदेश महासचिव राजेंद्र पातोड़े, युवा जिलाध्यक्ष श्रीकांत घोगरे सहित राजकुमार दामोदर, जय तायडे, आशीष मांगुलकर, सचिन शिराले, विकास संदांशिव, प्रशिक मोरे, संतोष गवई, नीलेश इंगले, नितिन वानखडे, सुबोध डोंगरे, संतोष वनवे, आनंद खंडारे, श्रीकृष्ण देवकुनबी, रीतेश यादव, वैभव वाघमारे, अक्षय वाघ, साहिल गोपनारायण, निशांत बागडे आदि शामिल थे.