सरकार ने सही फैसला नहीं लिया तो वापस कर दिया जाएगा मोबाइल

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    • आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन की ओर से चेतावनी

    अकोला. केंद्र सरकार पोषण टैंकर एप मराठी में बनाए, नहीं तो एप्स पर काम बंद किया जाएगा, इस मांग के साथ विविध 18 मांगों का निवेदन लेकर आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन, आयटक की रिपोर्ट के अनुसार आंगनवाड़ी, बालवाड़ी कर्मचारी यूनियन की ओर से जि.प. महिला व बाल विकास भवन के सामने राज्य सचिव सुनीता पाटिल, राज्य संगठक नयन गायकवाड़ के नेतृत्व में कोरोना के सभी नियमानुसार कामगार नेता रमेश गायकवाड़ की सूचना के अनुसार आंगनवाड़ी कर्मचारियों ने निदर्शन किया.

    इस अवसर पर उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी मरसाले ने निवेदन प्रस्तुत किया. सरकार ने सही फैसला नहीं लिया तो सरकार द्वारा दिए गए मोबाइल वापस कर दिए जाएंगे यह चेतावनी सुनीता पाटिल ने इस अवसर पर दी. मई 2020 तक प्रतिदिन आंगनवाड़ियों के कामकाज की जानकारी सरकार को देते रहने के लिए सीएएस एप में जानकारी भरी जा रही थी. लेकिन मई 2020 से कैस में तकनीकी दिक्कतों के चलते इसे बंद कर दिया गया और फिर से रजिस्टरों में जानकारी भरने का आदेश दिया गया.

    कुछ कर्मचारियों के पुराने रजिस्टर खत्म हो गए थे और उन्हें अपने खर्चे पर नए रजिस्टर खरीदने पड़े. इन तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए न्यूट्रीशन ट्रैकर नाम के एक नए एप पर काम करने का आदेश दिया गया. लेकिन इसने कई समस्याएं पैदा की हैं. सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए कई कर्मचारियों के मोबाइल फोन खराब हैं और ऐप डाउनलोड नहीं हो रहा है. इसलिए उन्हें अपने निजी मोबाइल में ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जा रहा है.

    कई लोगों के पास खुद का एक अच्छा स्मार्ट फोन नहीं होता है. अगर कुछ के पास है तो वे इसे अकेले इस्तेमाल नहीं करते बल्कि अपने परिवार के सदस्यों के साथ साझा करते हैं. कई बच्चों की इस पर ऑनलाइन क्लास या परीक्षा चल रही है. इसलिए वे इस बात की गारंटी नहीं दे सकते कि जब वे चाहेंगे तब यह उपलब्ध होगा. साथ ही डाटा रिचार्ज का पैसा महीनों तक नहीं आता है.

    इसलिए न्यूट्रिशन ट्रैकर के लिए प्राइवेट फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. सरकार उन्हें अच्छी क्षमता वाला नया मोबाइल दे. कर्मचारियों को भी नियमित आधार पर डेटा रिचार्ज के लिए भुगतान करने की आवश्यकता होती है.