Demand for transparency in OBC reservation, organization in preparation for demonstration

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    • छेड़ा जाएगा राज्यव्यापी आंदोलन

    अकोला. वर्तमान में देश भर में ओबीसी संवर्ग में किए जा रहे आरक्षण के संबंध में अन्याय और ओबीसी पहचान और अस्तित्व की लड़ाई अब वास्तविक अर्थों में शुरू हो गई है. ओबीसी के प्रति केंद्र सरकार की उदासीनता और राज्य सरकार द्वारा नजरअंदाज किए गए मुद्दे ने ओबीसी समुदाय में भारी असंतोष का माहौल पैदा कर दिया है. राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.बबन तायवाड़े के नेतृत्व में विदर्भ से पूरे देश में ओबीसी जोड़ो महा अभियान की शुरुआत की गई है.

    राष्ट्रीय ओबीसी संघ अकोला जिला अध्यक्ष प्रा.नरेंद्र लखाड़े व महिला अघाड़ी जिलाध्यक्षा वर्षा पिसोड़े ने ओबीसी जोड़ो अभियान सभा का आयोजन किया था. जिस में ओबीसी नेताओं ने कहा कि जल्द ही इस संबंध में अगली दिशा तय की जाएगी और राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ने के संबंध में प्रक्रिया शुरू होगी. 

    ओबीसी नेताओं ने किया मार्गदर्शन

    सभा की अध्यक्षता नारायण गावंडे ने की. प्रमुख अतिथि व मार्गदर्शक के रूप में राष्ट्रीय ओबीसी महिला महासंघ की प्रदेशाध्यक्षा कल्पना मानकर, राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के सह सचिव शरद वानखड़े, युवा ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष घाटे, वरिष्ठ मार्गदर्शक विजय कौसल ने मार्गदर्शन किया. इस अवसर पर कार्यवाहक अध्यक्ष मीना मानकर और उपाध्यक्ष शुभांगी किंगे मौजूद रहीं. इस अवसर पर प्रा.नरेंद्र लखाड़े और वर्षा पिसोडे ने जिले के संगठनों का जायजा प्रस्तुत किया. 

    इनकी रही उपस्थिति

    शरद वानखड़े, कल्पना मानकर, सुभाष घाटे और विजय कौशल ने ओबीसी जोड़ो अभियान और आरक्षण विरोधी नीति तथा ओबीसी जागरूकता से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर मार्गदर्शन किया. इस अवसर पर ओबीसी के गणमान्य पदाधिकारियों के साथ साथ वंदना गोमासे, प्रमिला गीते, राखी पटेकर, डा.गजानन वाघोड़े, प्रकाश वाकोड़े, सुभाष दातकर, गणेश लोड, सुधाकर भाकरे, पंकज आमले, अनिल गावंडे, किशोर कावरे, शोभा शेलके आदि पदाधिकारी उपस्थित थे. संचालन आकांक्षा गोमासे, आभार प्रदर्शन प्रा.प्रवीण ढोणे ने किया.