पांच माह में केवल 6 प्रश परिवार नियोजन सर्जरी हुई, हालांकि संसाधनों का वितरण संतोष जनक

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    अकोला. पिछले 18 महीनों से देश को त्रस्त कर रहे कोरोना ने जिले के लगभग सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रभावित किया है. इस वर्ष भी परिवार नियोजन सर्जरी कार्यक्रम संतोष जनक नहीं रहा है. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में अगस्त 2021 के अंत तक अकोला जिले में केवल 6 प्रश परिवार नियोजन सर्जरी की सूचना दी गई है. इस बीच चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि अप्रैल से अगस्त तक के पांच महीनों में सिर्फ 6 फीसदी सर्जरी ही हुई है.

    पिछले अठारह महीने से देश समेत जिले के तमाम हिस्सों में कोरोना का प्रकोप काफी देखा गया है. पिछले साल से भी भयाकन कोरोना की दूसरी लहर रही है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि हालांकि प्रकोप कम हो गया है लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाए जा रहे सभी स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं. इसमें परिवार नियोजन का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम भी शामिल है. 

    8,097 सर्जरी का लक्ष्य

    हर साल, सभी जिलों को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं के लिए परिवार नियोजन सर्जरी का ‘लक्ष्य’ दिया जाता है. अकोला जिले को वर्ष 2021-22 के लिए 8 हजार 097 सर्जरी का लक्ष्य दिया गया है. इसमें 674 पुरुष और 7,423 महिला सर्जरी शामिल हैं. कोरोना पृष्ठभूमि पर सभी जगहों पर सरकार द्वारा लगाए गए कड़े प्रतिबंधों के कारण परिवार नियोजन सर्जरी का कार्यक्रम भी प्रभावित हुआ है.

    कोरोना की पाबंदियों के चलते स्वास्थ्य विभाग इन सर्जरी के लिए कहीं भी सामूहिक शिविर आयोजित नहीं कर पाया है. इसलिए, इस अवधि के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 9 प्रश पुरुष सर्जरी की सूचना मिली है. दूसरी ओर, महिलाओं पर चरणबद्ध सर्जरी की सूचना मिली है. पिछले पांच महीनों में शहरी क्षेत्रों में महिलाओं पर केवल 393 और ग्रामीण क्षेत्रों में 122 इस तरह कुल 515 टाके की सर्जरी की गई है. यानि पूरे जिले में महिलाओं की सर्जरी का प्रतिशत सिर्फ 7 है.

    लक्ष्य पूरा होने की संभावना नहीं

    पिछले 18 महीनों में, पुरुषों की बिना टाके की केवल 9 परिवार नियोजन सर्जरी की गयी हैं और दो संतानों पर 5 पुरुषों सर्जरी दर्ज हुई हैं. शहरी क्षेत्रों में 223 महिलाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में 65 महिलाओं ने अपने दो बच्चों पर परिवार नियोजन सर्जरी करवाई है. यह सर्जरी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कोरोना के नियमों का पालन करते हुए की गई है. जिले को ऐसी 5,263 सर्जरी का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन इसके पूरा होने की संभावना नहीं है.

    संसाधनों का वितरण

    जिला परिषद का स्वास्थ्य विभाग कोरोना काल में परिवार नियोजन के संसाधन बांटने में सक्रिय रहा है. जिले को सालाना 6 हजार 419 तांबी वितरण का लक्ष्य दिया गया है. पिछले पांच महीनों में, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा स्वयंसेविका ने शहरी क्षेत्रों में 1,561 और ग्रामीण क्षेत्रों में 887 इस तरह कुल 2,448 यानि 38 प्रतिशत तांबी का वितरण किया है. इसके साथ साथ गर्भनिरोधक गोलियों का ग्रामीण क्षेत्रों में 7 हजार 981 और शहरी क्षेत्रों में 2,388 इस तरह कुल 10 हजार 369 पैकेट और 49 हजार 195 गर्भ निरोधक संसाधनों (निरोध) का वितरण किए जाने की जानकारी जि.प. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में दर्ज की गयी है.