अकोला. राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के मानदंडों का पालन न करने की स्थिति में सील लगाए गए मंगल कार्यालयों में से 35 के सील शपथ पत्र प्रस्तुत करने खोले गए हैं. इस बीच नियमों का पालन नहीं करने वाले मंगल कार्यालयों को सील करने की कार्रवाई की जा रही है. उसके तहत, तीन अन्य मंगल कार्यालयों को सील कर दिया गया है.
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, मंगल कार्यालयों को पार्किंग, सीसीटीवी, वाटर रिसाइकलिंग, वर्षा जल संचयन, गीला और सूखा अपशिष्ट निपटान, गंदे पानी पर प्रक्रिया आदि जैसी सुविधाओं की आवश्यकता होती है. ऐसी कोई व्यवस्था नहीं होने पर मनपा ने मंगल कार्यालयों को सील करना शुरू कर दिया है. अब तक मनपा 54 से अधिक मंगल कार्यालयों को सील कर चुका है.
हालांकि इस बीच मंगल कार्यालय की क्षमता को ध्यान में रखते हुए बिना किसी शर्त में ढील दिए अपशिष्ट जल शोधन, गीला, सूखा कचरा प्रबंधन आदि में समझौता हो गया. लेकिन इसके लिए मंगल कार्यालय के संचालक को शपथ पत्र देना होगा. साथ ही नियम और शर्तों को 90 दिनों के भीतर पूरा करना होगा. इसी तरह मंगल कार्यालय की क्षमता के अनुसार बैंक गारंटी जमा करनी होगी, यदि 90 दिनों के भीतर इन शर्तों को पूरा नहीं किया जाता है, तो मंगल कार्यालय को फिर से सील कर दिया जाएगा और बैंक गारंटी जब्त कर ली जाएगी.
3 मंगल कार्यालय सील
मनपा की संयुक्त टीम ने शहर के स्काईलार्क होटल के सभागार के साथ ही सिंधी कैंप क्षेत्र में झूलेलाल धर्मशाला और बाबा हरदास भवन इन तीन हॉल को सील कर दिया है. यह कार्रवाई नगर रचना विभाग के राजेंद्र टापरे, बाजार विभाग के संजय खराटे, अतिक्रमण विभाग के चंद्रशेखर इंगले, प्रवीण मिश्रा ने की है.