
अकोला. स्थानीय रेलवे स्टेशन के समीप स्थित गुरुद्वारा में शुक्रवार की देर शाम लोहड़ी त्यौहार सिख समुदाय की ओर से उत्साह के साथ मनाया गया. इस समय सभी की उपस्थिति में लोहड़ी दहन किया गया. कार्यक्रम में सिख समुदाय के साथ साथ सिंधी समाज बंधु शामिल हुए.
इस मौके पर बच्चों व नवविवाहितों की सहभागीता से कार्यक्रम आयोजित किया गया. शाम के समय रागी रविंद्ररसिंह, विजय सिंह और महेंद्र सिंह ने शबद, कीर्तन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इसके बाद छोटे बच्चों की लूट की गयी. जिसमें चाकलेट और रेवड़ी डाली गयी. इसके बाद लाही, बतासे और मिठाई का वितरण किया गया. उसके बाद गुरुद्वारा क्षेत्र में लोहड़ी जलाई गई. इस बीच अग्नि में तिल, गुड़, रेवड़ी और मूंगफली चढ़ाई गयी.
इसी तरह लोहड़ी के समीप चारों ओर आहुति देते हुए चक्कर लगाकर सुखी जीवन की प्रार्थना की गयी. अंत में गुरु के लंगर के साथ उत्सव का समापन किया गया. यह फसल की बुआई और उसकी कटाई से जुड़ा एक विशेष त्यौहार है. इस समय पंजाब में गेहूं की कटाई पूर्ण होती है और वातावरण आनंदमय, उत्साहपूर्ण रहता है. तब लोहड़ी उत्सव मनाते हुए सभी के जीवन में खुशहाली रहने की प्रार्थना की जाती है. इस तरह लोहड़ी त्यौहार धूम धाम से मनाया जाता है. इस लोहड़ी पर्व में श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी व सदस्य शामिल हुए थे.
इस तरह से शहर में लोहड़ी का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया गया. इसमें बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए. इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष रामिंदरसिंह छतवाल, उपाध्यक्ष प्रेमेंदरसिंह ओबेराय, सचिव जोगेंदरसिंह सेठी, हरमिंदरसिंह छतवाल, संतसिंह ओबेराय, पप्पू ओबेराय, जीतसिंह साहनी, जसवंतसिंह मल्ली, यशपालसिंह घई आदि सहित गुरूव्दारा प्रबंधन समिति के पदाधिकारी, सदस्य उपस्थित थे. आयोजना में सेवाधारी गुलशन सिंह व दिनेश सिंह भी शामिल हुए.