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    • एक बस चालक की तबीयत बिगड़ी 
    • अकोला, वाशिम में एसटी बसें बंद  

    अकोला. एसटी कर्मियों द्वारा अभी भी अकोला में लगातार हड़ताल शुरू है. एसटी महामंडल द्वारा उन्ही कर्मियों को इस माह वेतन दिया गया है, जो कर्मचारी ड्यूटी पर हैं. अन्य एसटी कर्मियों का वेतन काटा जाएगा जो ड्यूटी में अनुपस्थित हैं. नवंबर माह में अधिकांश कर्मियों ने हड़ताल शुरू की थी. जिसमें से कुछ कर्मियों को निलंबित भी किया गया. कुछ एसटी कर्मचारी काम पर उपस्थित हुए थे, उनकी जितने दिन की उपस्थिति थी, उस अनुसार वेतन दिया जा रहा है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश एसटी कर्मचारी 7 नवंबर से हड़ताल पर हैं. ऐसे कर्मियों को सिर्फ 6 दिनों का वेतन मिलने की संभावना है. 

    विभागीय कार्यालय के सामने आंदोलन 

    जिन एसटी कर्मियों द्वारा एसटी के विभागीय नियंत्रक कार्यालय के कंपाउंड में आंदोलन शुरू था. अब उनका आंदोलन कंपाउंड के बाहर शुरू है. एसटी कर्मियों का कहना है कि एसटी महामंडल में तीन वर्ष यदि एक स्थान पर हो गए हैं तो तबादले का प्रावधान है. लेकिन फिलहाल यहां से जान बूझकर आंदोलन कर रहे 22 एसटी कर्मियों के तबादले किए गए हैं. इसी तरह अकोला विभाग में अब तक 350 कर्मियों के निलंबन की जानकारी मिली है. 

    एक चालक की तबीयत बिगड़ी 

    एक एसटी बस चालक जो की आंदोलन में शामिल है. उस पर एसटी बस चलाने का दबाव बनाया गया. जिसके कारण उसकी तबीयत काफी बिगड़ गई है. उसे निजी अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल किया गया है. यह जानकारी आंदोलन कर रहे एसटी कर्मियों ने दी. 

    हर रोज 40 लाख की हानि 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार अकोला विभाग में एसटी कर्मियों की हड़ताल के कारण हर रोज 40 लाख की हानि हो रही है. एसटी महामंडल को यह घाटा उठाना पड़ रहा है. 

    विभागीय नियंत्रक द्वारा हड़ताल समाप्त करने का आहवान 

    एसटी महामंडल की विभाग नियंत्रक चेतना खिरवाडकर से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि महामंडल के कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधियों से लगातार बातचीत शुरू है. उन्होंने कहा कि वे आंदोलन कर रहे कर्मियों से हड़ताल समाप्त करने का आहवान कर रही हैं. 

    41 प्रश. वेतन वृद्धि नहीं हुई- संजय इंगले 

    आंदोलन कर रहे एक एसटी कर्मी संजय इंगले ने बातचीत के दौरान बताया कि परिवहन मंत्री के बयान के अनुसार एसटी कर्मियों की 41 प्रश. वेतन वृद्धि नहीं की गई है. यह एक प्रकार से एसटी कर्मियों की दिशा भूल है. 

    अब तक मांगे पूरी नही हुई- श्याम कदम 

    आंदोलन कर रहे एसटी कर्मी श्याम कदम ने कहां कि एसटी महामंडल की इस हड़ताल में महामंडल के अधिकारी शामिल ना होने के कारण हमारी मांगे पूरी नहीं हुई हैं. यदि इस हड़ताल में अधिकारी हमारे साथ शामिल रहते तो हमारी मांगे अब तक पूरी हो गई होती.