
- निजी वाहन से करना पड़ा जानलेवा सफर
अकोला. जिले के पातुर तहसील में पांगरताटी, गावंडगांव, झरंडी, पाडसिंगी, वसाली, मलसुर इन अतिदुर्गम क्षेत्र में यात्रा के लिए एसटी बस के सिवाए कोई भी पर्याय उपलब्ध न होकर इस परिसर के प्रतिदिन सैंकड़ों यात्रियों के लिए अकोला गावंडगांव पांगरताटी एसटी बस जीवनदायी है. इस बस में अचानक खराबी होने से यात्रियों पर पैदल चलने की नौबत आई है. तो अनेकों को निजी वाहनों का आश्रय लेना पड़ा.
अकोला से रविवार को 12.30 बजे के दौरान निकलनेवाले बस करीब करीब डेढ से दो घंटे देरी से निकली थी. बाद में आलेगांव के सामने उक्त एसटी बस आने पर डीजल की नली फुटने से यात्रियों को तकलीफ सहनी पड़ी है. इस बस में सर्वाधिक गावंडगांव के यात्री सवार थे. बस अचानक खराब होने से यात्रियों को निजी वाहनों का सहारा लेकर अगली यात्रा करनी पड़ी. अकोला गावंडगांव पांगराताटी बस बारंबार खराब होने से परिसर के सैंकड़ों यात्री, मरीज, विद्यार्थी, महिला वर्ग को अधिक किराया देकर यात्रा करनी पड़ती है.
भंगार बस का यातायात रोके
अकोला गावंडगांव पांगराताटी यात्रा के लिए हरदम निकृष्ट स्थिति की बस दी जाती है. इसलिए यात्रियों को तकलीफ सहनी पड़ती है. इसके साथ दोपहर में आनेवाली बस कभी भी समय पर नहीं आती है. एस. टी. महामंडल ने इस गंभीर बात की दखल लेकर अतिदुर्गम क्षेत्र के यात्रियों को न्याय दें.
अनिकेत राठोड़, (यात्री, गावंडगांव)
बस समय पर आना अपेक्षित
अकोला गावंडगांव पांगराताटी बस हरदम नियोजन के अभाव में देरी से आती है. अकोला से बस नियमित समय से आधे से एक घंटा देरी से छुटती है. इसलिए यात्रियों को तकलीफ होती है. भंगार बसेस ग्रामीण क्षेत्र में भेजने से यात्रियों को अनेक अड़चन का सामना करना पड़ता है.
विनोद राऊत (ग्रापं सदस्य, मलसुर)