अकोला. सरकार के सभी मानदंडों को पूरा करने के बाद भी, चयन समिति द्वारा अमरावती में सामान्य नर्स प्रसूति प्रशिक्षण परीक्षा में स्कूल की बहिर्शालि छात्रा के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था. स्वास्थ्य विभाग व चयन समिति इस संबंध में पूर्ण स्पष्टीकरण नहीं दे पाने पर छात्रा के पति ने चयन समिति के खिलाफ सोमवार से उप स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी.
यहां के श्रीवास्तव चौक क्षेत्र निवासी विनय सरनाईक की पत्नी निशा सरनाईक ने 24 दिसंबर 2022 को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी ट्रेनिंग जीएनएम अमरावती में प्रवेश के लिए आवेदन किया था. जिसके बाद उन्हें इंटरव्यू के लिए अमरावती बुलाया गया था. साक्षात्कार के दौरान, सरनाईक ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी को स्कूल की बहिर्शालि छात्रा के रूप में अयोग्य ठहराया गया है.
इस बारे में जब पूछा गया तो कोई माकूल जवाब नहीं मिला. उन्हें बिना कोई वैध कारण बताए या लिखित रूप में खुलासा किए बिना अयोग्य घोषित कर दिया गया और प्रवेश से वंचित कर दिया गया. सरकार के नियमों के अनुसार किसी भी स्कूल का बाहरी छात्र पारंपरिक शिक्षा के बराबर है, ऐसा रहने के बावजूद उनकी पत्नी को जान बूझकर अयोग्य ठहराया गया है.
इस प्रवेश प्रक्रिया की जांच करें और चयन समिति में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, इस मांग को लेकर जिला महिला अस्पताल परिसर में विनय सरनाईक ने स्वास्थ्य उप निदेशक कार्यालय के सामने अनशन शुरू कर दिया गया है.