शहर में रही आंदोलनों की भरमार; सरकारी कर्मियों ने किया पुरानी पेन्शन के लिए आंदोलन

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  • 69 ग्राम जलापूर्ति योजना, पानी आरक्षण स्थगिति के निषेधार्थ शिवसेना ने दिया धरना

अकोला. मंगलवार को शहर में आंदोलनों की भरमार रही. राज्य सरकारी, अर्ध सरकारी कर्मियों ने पुरानी पेन्शन योजना की मांग को लेकर आंदोलन किया. इसके लिए कर्मियों ने रैली निकाली और हड़ताल भी की. पुरानी पेन्शन योजना लागू करने की मांग का अभ्यास करने के लिए समिति स्थापित करने के सरकार के प्रस्ताव को एक ओर रखते हुए अर्ध सरकारी कर्मी मंगलवार से हड़ताल पर गए. इस हड़ताल में सरकारी, अर्ध सरकारी कर्मचारी, जि.प. व सरकार से अनुदान लेनेवाली मनपा, न.पा. प्राध्यापक, शिक्षक, शिक्षकेत्तर इस तरह हजारों कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हुए.

उन्होंने एकच मिशन जुनी पेन्शन यह नारा देते हुए शहर में विशाल रैली निकाली. राज्य की सरकारी सेवा में 1 नवंबर 2005 के बाद जिनकी नियुक्ति हुई है उन कर्मियों को पुरानी पेन्शन लागू न करते हुए अंशदायी योजना लागू की गयी है, यह योजना रद्द करते हुए सभी के लिए पुरानी पेन्शन योजना लागू की जाए इस मांग को लेकर मंगलवार से कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है. 

विशाल रैली निकाली

मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय से कर्मियों ने विशाल रैली निकाली. यह रैली जीएमसी तथा सर्वोपचार अस्पताल, अशोक वाटिका, मदनलाल धींग्रा चौक होते हुए महात्मा गांधी रोड से निकली तथा जिलाधिकारी कार्यालय के पास कर्मचारी संगठनों द्वारा डाले गए मंडप में सभी कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए. इस हड़ताल के कारण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित होंगी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठेका पद्धति से नियोजन किया गया है.

कर्मियों की मांग है कि, शीघ्र पुरानी पेन्शन के आदेश निकाले जाएं, सभी रिक्त स्थान तुरंत भरे जाएं, सभी को समान वेतन, अनुकंपा तत्व पर नियुक्तियां बिना शर्त की जाएं, कोरोना काल में जिन कर्मियों की मौत हो गयी है उनके बच्चों को नौकरी के लिए उम्र में छूट दी जाए इसके अलावा भी कर्मियों द्वारा विभिन्न मांगे रखी गयी हैं. डा.पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ में भी पुरानी पेन्शन लागू करने की मांग को लेकर हड़ताल में शामिल होने के लिए निवेदन दिया गया.

69 ग्राम जलापूर्ति योजना में पानी आरक्षण स्थगिति के निषेधार्थ -शिवसेना ने किया आंदोलन

शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट द्वारा मांग की गयी है कि 69 ग्राम जलापूर्ति योजना का 60 प्रश काम हो गया है और इस योजना के पानी आरक्षण को उप मुख्यमंत्री तथा जिले के पालक मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थगिति दी है, इसके निषेधार्थ विधायक नितिन देशमुख ने मुंबई के विधान भवन क्षेत्र में अनशन शुरू किया है. उस अनशन को समर्थन देने के लिए मंगलवार को शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना आंदोलन किया गया. इस आंदोलन में किसानों के साथ साथ बड़ी संख्या में शिवसैनिक शामिल हुए. 69 ग्राम जलापूर्ति योजना 219 करोड़ की है.

इसमें करीब 100 करोड़ का काम हो चुका है. पालक मंत्री द्वारा कुछ किसानों के आंदोलन के बाद इस योजना के पानी आरक्षण को स्थगिति दी है उसके निषेधार्थ यह आंदोलन किया गया. शिवसेना का कहना है कि, यह स्थगिति तुरंत हटाई जाए. इस मांग को लेकर शिवसेना ठाकरे गुट के जिला प्रमुख गोपाल दातकर, शिवसेना के सेवकराम ताथोड़, पूर्व विधायक दालू गुरुजी, राजेश मिश्रा, अतुल पवनीकर, सुरेंद्र विसपुते, राहुल कराले, उमेश जाधव, गजानन बोराले के साथ साथ बड़ी संख्या में शिवसैनिक उपस्थित रहे.

मूर्तिजापुर कार्य बंद आंदोलन में राज्य सरकारी कर्मचारी सम्मिलित

मूर्तिजापुर. महाराष्ट्र में पुरानी पेंशन योजना के मांग को लेकर हर जिले के, तहसील के कार्यालयों में महाराष्ट्र राज्य कर्मचारियों ने एनपीएस न्यू पेंशन स्कीम का विरोध करते हुए ओपीएस पुरानी पेंशन योजना का समर्थन किया. और महाराष्ट्र सरकार का कड़े शब्दों में विरोध किया. मूर्तिजापुर तहसील कार्यालय में विविध संगठनों ने पुरानी पेंशन योजना के उपलक्ष में अपना विरोध प्रदर्शित किया और अपना निवेदन तहसीलदार को सुपूर्द किया. 

पुरानी पेंशन योजना के मांग को लेकर पश्चिम विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ, पुरानी पेंशन संगठन, पुरानी पेंशन योजना, स्वास्थ्य विभाग के संगठन, तहसील विभाग के, राजस्व विभाग के कई संगठन और विविध संगठनों के कार्यकर्ताओं ने, पदाधिकारियों ने उपस्थित रहकर पुरानी पेंशन की मांग को और मजबूती से रखने की कोशिश की. पुरानी पेंशन योजना के मांग के उपलक्ष में सभी संगठनों का मिलाजुला सहयोग मिलने की वजह से तहसील कार्यालय में एक ही गूंज सुनाई दे रही थी. पुरानी पेंशन पुरानी पेंशन एक ही मिशन पुरानी पेंशन. इसी प्रकार से दिन-ब-दिन सभी राज्य सरकारी कर्मचारी होने इस तरह के आंदोलनों में शामिल होने की वजह से सरकार को पुरानी पेंशन देना जरूरी हो जाएगा. ऐसी मांग विविध संगठनों के पदाधिकारियों ने रखी और हम आखरी सांस तक अपने हक के लिए लड़ेंगे. ऐसी भावना उन्होंने सभी कर्मचारियों के सामने व्यक्त की.

शालाओं पर भी असर

आसेगांव. पुरानी पेंशन योजना का शालाओं पर भी असर हो गया है. जिससे स्कूलों में केवल छात्रों की रही उपस्थिति और शिक्षक अनुपस्थित रहे है. पुरानी पेंशन योजना लागु करने को लेकर सभी विभागों के कर्मचारीगण राज्य सरकार के खिलाफ बेमियादी अनशन छेड़े हुए है. इस अनशन का असर अब गांव की जिप शालाओं पर भी शिक्षकों की अनुपस्थिति के रूप में देखने को मिला है. वाशिम जिले के आसेगांव परिसर में भी दिखाई दिया.