जि.प. ने कर्मचारियों को दिया  मकर संक्रांति का मीठा तोहफा

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    • लालफीताशाही में फंसी पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी हुई
    • परिचर बने कनिष्ठ सहायक!

    अकोला. पिछले बारह साल से लालफीताशाही में फंसी पदोन्नति की प्रक्रिया आखिरकार जिला परिषद में पूरी हो गई है. अब प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं कि जिला परिषद ने कर्मचारियों को मकर संक्रांति का मीठा तोहफा देकर इस पदोन्नति प्रक्रिया को लागू किया है. जिला परिषद के परिचरों (अटेंडन्ट) को कनिष्ठ सहायक के पद पर पदोन्नत किया गया है. इसलिए उम्मीद है कि धीमी गति से चल रही जिला परिषद के विभिन्न विभागों का प्रशासन जल्द ही रफ्तार पकड़ लेगा.

    सूत्रों के अनुसार, जिला परिषद में रिक्तियों की संख्या बढ़ रही है और दूसरे जिले से तबादला हुए अधिकारी अकोला में आने को तैयार नहीं है. ऐसे संकेत हैं कि कुछ लोग पद की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें कोई पदोन्नति नहीं मिल रही है. लेकिन इसका असर जिला परिषद द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर पड़ रहा है. कई लोग सरकारी सेवा में रहते हुए दुखद रूप से मर जाते हैं.

    शासन के नियमानुसार उस व्यक्ति के रक्त सम्बन्धी व्यक्ति को उसकी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार अनुकंपा के आधार पर भर्ती किया जाता है. इसी प्रकार ग्रुप ‘डी’ यानि परिचर (अटेंडन्ट) के पद पर 2009 में नियुक्त किए गए 20 कर्मचारियों को ग्रुप ‘सी’ परामर्श के माध्यम से कनिष्ठ सहायक के रूप में पदोन्नत किया गया है. ऐसे में इन कर्मचारियों की खुशी आसमान छू रही है. 

    12 साल की सेवा के बाद पदोन्नति

    जिला परिषद के विभिन्न विभागों में 2009 में ग्रुप डी में अनुकंपा के आधार पर नियुक्त किए गए 20 कर्मचारियों को 12 साल की सेवा के बाद काउंसलिंग के जरिए पदोन्नत किया गया है. नियमों के अनुसार, इन कर्मचारियों को तीन साल में पदोन्नति मिलना आवश्यक है, लेकिन लालफीताशाही का झटका पदोन्नति के पात्र कर्मचारियों पर लगा है.

    पदोन्नत कर्मचारी

    जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ कटियार के कक्ष में पदोन्नति की चयन प्रक्रिया पूरी की गयी. इस प्रक्रिया में जि.प. के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सामान्य) सूरज गोहाड़, कक्ष अधिकारी पुष्पक शहाणे शामिल हुए थे. पदोन्नत किए गए कर्मियों में स्वाति पोहोकार, रुपाली देशमुख, मनीषा गोटे, निकिता वाघमारे, शेखर बोर्डे, राजेश झनके, मनिष गावंडे, प्रमोद राजनकर, विशाल देशमुख, पंकज मिसलकर, विनायक दांदले, कपिल गोपणारायण, प्रशांत वाकोडे, नितेश जामनिक, चक्रधर शित्रे, नागेश गावंडे, दिलीप हरतकार, प्रवीण जामनिक, राजेश जवंजाल, गणेशसिंग ठाकुर, अश्विन ढोले शामिल हैं.