अमरावती. जिले में कुल 312 रोगी डेंगू की चपेट में आने से इलाजरत है. जिला स्वास्थ्य प्रशासन के अनुसार जिले की चार तहसीलों में डेंगू का प्रभाव अधिक है. पिछले तीन माह से जिले में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों की डेंगू से मौत हो चुकी है. हालांकि जिला स्वास्थ्य विभाग उपाय योजना में जुटा है, लेकिन फिर भी डेंगू का प्रमाण दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है.
15 दिनों में 111 रोगी बढ़े
तिवसा, अचलपुर, मोर्शी, चांदूर बाजार इन चार तहसीलों में डेंगू के सर्वाधिक रोगी मिले हैं. सभी सरकारी अस्पताल हाउसफुल हो गए है. निजी अस्पतालों में भी यही स्थिति है. स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार अगस्त महीने के अंत में जिले में डेंगू के 201 रोगी थे. 15 सितंबर तक यह संख्या बढ़कर 312 हो गई है. जिससे 15 दिनों में 111 रोगियों की बढ़े हैं.
160 रक्तजल नमूने जांचे
जिले में एक अकेले डा. पंजाबराव देशमुख (पीडीएमसी) में डेंगू की प्रयोगशाला में टेस्ट किट उपलब्ध नहीं होने से डेंगू जांच बंद थी, लेकिन अब टेस्ट किट प्राप्त हो जाने से 160 लोगों के रक्त नमूनों की जांच की गई. प्रयोगशाला के उद्घाटन से ही किट उपलब्ध नहीं होने से डेंगू टेस्ट नहीं हो पा रही थी.
चार तहसीलों में सर्वाधिक प्रभाव
जिले की चार तहसीलों तिवसा, अचलपुर, मोर्शी व चांदूर बाजार में डेंगू का सर्वाधिक प्रभाव है. स्वास्थ्य विभाग इस पर नियंत्रण पाने के लिए पूरे प्रयास कर रहा है.
-शरद जोगी, जिला मलेरिया अधिकारी