अमरावती. विदर्भ में सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिए महा विकास आघाडी सरकार ने सिंचाई प्रकल्प ओं के लिए राज्य के बजट में लगभग 6 हजार करोड रुपए का प्रावधान किया है. जिसमें अमरावती संभाग के लिए 3771 करोड़ रुपए का प्रावधान हुआ है. जिससे अमरावती संभाग में कई महत्वपूर्ण सिंचाई प्रकल्प पूर्ण होकर सिंचाई क्षमता बढ़ेगी. कृषि उत्पादकता बढ़ाने में मदद होगी. राज्य के जलसंपदा राज्य मंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू की पहल पर यह प्रबंध हो सका है.
राज्य मंत्री बच्चू कडू की पहल
राज्य मंत्री बच्चू कडू के अनुसार विदर्भ के सभी जिलों में सिंचाई प्रकल्प के कार्यों को गति देने और सिंचाई क्षमता बढ़ाकर सुजलाम सुफलाम करने के उद्देश्य से लगातार फालोअप के साथ प्रयास शुरू है. विदर्भ में सिंचाई बढ़ाने से किसान समृद्ध होंगे. विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल के माध्यम से कई प्रलंबित सिंचाई प्रकल्प को गति दी जा रही है. प्रकल्प पूर्ण करने के लिए भूसंपादन के काम भी निपटाए जा रहे हैं.
जिले के लिए 862.75 करोड़
राज्य मंत्री के अनुसार अमरावती जिले में सिंचाई प्रकल्प के लिए बजट में 862.75 करोड़ का प्रावधान किया गया है जिससे अप्पर वर्धा, बोर्डी नाला गर्गा, पंढरी, पेढ़ी बैरेज, सापन, वासनी प्रकल्प के कामों को गति मिलेगी निम्न पेडी प्रकल्पा के लिए 150 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है. इसी तरह बागलिंगा, चांदी नदी, चंद्रभागा बैरेज, करजगांव, निम्न चारगड़, निम्न साखली, पाक नदी, रायगढ़ नदी, सामदा, टाकली कलान आदि प्रकल्पों के आवश्यक कार्य का भी प्रावधान किया गया है.
चांदस वाठोडा़, पाटिया धारणी और राजूरा में सिंचाई कार्यों के लिए प्रावधान किया गया है. बांध पुनर्स्थापना में सुधार के लिए स्वतंत्र प्रावधान व स्वतंत्र प्रबंध किया गया है. सापन प्रकल्प के लिए 14 करोड व अप्पर वर्धा के लिए 9.40 करोड़ का प्रावधान किया गया है. बाढ़ नियंत्रण के लिए देउरवाड़ा, करजगांव, शिरजगांव, ब्राम्हणवाड़ा थड़ी में कार्यों के लिए 15 करोड़ 82 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. जिले के साथ ही अमरावती संभाग के पांचों जिलों में सिंचाई प्रकल्प के लिए कुल मिलाकर 3771 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है.
इसके अंतर्गत अकोला जिले के लिए 1,133 करोड़ 64 लाख रुपए की निधि का प्रबंध किया गया है. अकोला जिले में काटेपूर्णा प्रकल्प, उमा प्रकल्प, घुंगशी बैरेज, नेरधामना, बुलढाणा जिले में जीगांव प्रकल्प, शाहपुर प्रकल्प, ज्ञान गंगा प्रकल्प, मन प्रकल्प, अकोला में नया अंदुरा, काटी पाटी बैरेज, कवठा बैरेज के लिए बड़े पैमाने पर प्रावधान किया गया है.
वाण प्रकल्प व ज्ञान गंगा प्रकल्प के लिए पुनर्स्थापना व सुधार के अंतर्गत 11 करोड़ 64 लाख, बालापुर में राजस्व संरक्षित स्मारक स्थल पर मश नदी किनारे बाढ़ सुरक्षा दीवार बनाने के लिए भी बड़े पैमाने पर निधि का प्रावधान किया गया है. इस तरह राज्य मंत्री बच्चू कडू के प्रयास से विदर्भ में सिंचाई प्रकल्प के प्रलंबित कार्यों के लिए पहली बार इतने बड़े पैमाने पर सरकार ने निधि का प्रावधान किया है.