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    चुरणी. पंचायत समिति अंतर्गत आने वाले बोराला गुटग्राम पंचायत का समावेश है. गाडसीबा, भीलखेड़ा, बोराला ऐसे 3 गांव मिलाकर ग्राम पंचायत को जोड़ा गया है. बोराडा में सचिव होने के बावजूद वे गायब रहने के चलते नागरिकों को पेयजल के लिए कुएं से पानी भरना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर जल शुद्धीकरण केंद्र के लिए लाखों रुपए खर्च कर बनाया गया प्लांट सफेद हाथी बना हुआ है. कड़ी धूप में बच्चे भी जान हथेली में रखकर पानी भरने के लिए विवश है.

    शासकीय आरो प्लांट बना सफेद हाथी 

    गांव में पेयजल के लिए जल कुंभ होने के बावजूद वह खाली पड़ा है. नल को भी एक बूंद पानी नहीं आ रहा है. 45 डिग्री तापमान में गांव की महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग कुएं से पानी भरने के लिए पैदल जा रहे हैं. कुएं को भी पानी नहीं रहने से 2 घंटे तक  प्रतीक्षा करनी पड़ती है. जिसके बाद जैसे ही कुएं में पानी जमा हो जाता है, वैसे लोग पानी भरने के लिए टूट पड़ते हैं. पंचायत समिति द्वारा लाखों रुपए खर्च कर आरो प्लांट बनाया गया, लेकिन यह प्लांट वैसे ही पड़ा है. 

    लाखों के भ्रष्टाचार का आरोप 

    जिससे इस प्लांट के निर्माण में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार होने का आरोप अनेक नागरिकों ने किया हैं. गांव में लोग प्यासे होने के बावजूद कोई भी ध्यान नहीं दे रहा. पदाधिकारी और फोटो सेशन करने वाले अधिकारियों को गांव वासियों ने एक बार गांव में आकर महिलाओं बच्चों का हाल देखने की गुजारिश की है. आदिवासी नागरिकों को सेवा देने वाले जनसेवक और अधिकारी भी इन दिनों गायब है. योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की जांच करने की मांग की जा रही है.