
परतवाडा. अंगदान आंदोलन में परतवाड़ा अग्रणी साबित हो रहा है. शुक्रवार को तीन बेटियों ने ब्रेनडेड मरीज गजानन पंजाबराव कडू (65, नांदगांव पेठ) के अंग प्रत्यारोपण करने का फैसला लिया. जिसमें दो किडनी, एक लीवर और दो आंखें दान की गई. जिससे 3 लोगों को जीवनदान मिलने के साथ दो नेत्रहिनों के जीवन का अंधेरा दूर होगा. परतवाडा में पांचवीं बार ग्रीनकारिडोर बनाकर पांच मरीजों को अंग प्रत्यारोपीत गई.
एक लीवर, दो किडनी, दो नेत्र किए दान
नांदगांव पेठ के गजानन पंजाबराव कडू को परतवाडा में इलाज में भर्ती कराया गया था. देवमाली ग्राम पंचायत सदस्य प्रियंका नीलेश लायस्कर के पिता गजानन कडू की तबीयत अचानक बिगडने पर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ब्रेन डेड पाया गया. डॉ. अनंत पोरे ने प्रियंका लायस्कर को अंगदान के बारे में जानकारी दी. इस अवसर पर नितेश लायस्कर और नीलेश लायस्कर ने अंगदान के महत्व के बारे में जाना और कडू की बेटियों प्रियंका नितेश लायस्कर, माधुरी सतीश वानखड़े और मीनल प्रफुल काले को सूचित किया.
तीनों लड़कियों ने सामाजिक जिम्मेदारी से अपने पिता के अंगों को दान करने का फैसला किया. गजानन कडू को डॉ. आशीष भंसाली के अस्पताल में भर्ती कराने के बाद अंगदान की प्रक्रिया को गतिमान कर नागपुर के न्यू एरा और मेडिटेरेनिया अस्पताल के मरीजों के लिए एक लीवर, दो किडनी तथा अमरावती में नेत्रकोष में दो नेत्र प्रत्यारोपण करने की प्रक्रिया की गई.
परतवाडा में पांचवीं बार ग्रीनकारिडोर
परतवाडा में पांचवीं बार ग्रीनकारिडोर बनाकर पांच मरीजों को अंग प्रत्यारोपीत गई. शुक्रवार को अंगों को सुबह ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से नागपुर भेजा गया. जिसके लिए परतवाड़ा पुलिस की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे. इस समय नागपुर के डा. राहूल सक्सेना, डा.वेद महाजन, डा ऋषिकेश अडोले, डा. शर्मा, डा आशिष भंसाली, डा सरीता कडू, डा अनघा कुलकर्णी प्रमुखता से उपस्थित थे.
अंग दान प्रक्रिया में पुनर्जीवन फाऊंडेशन, हरीना नेत्रदान समिति का विशेष सहयोग रहा. पुनर्जीवन फाऊंडेशन के विनोद नागे, राजा पिंजरकर, जितेंद्र रोडे, अक्षय जनवारे, बल्लु जवंजाल तथा हरीना नेत्रतदान समिति के प्रशांत राठी, राजेंद्र वर्मा, रश्मी नावंदर, सारंग राऊत, डा. निलेश ढेंगले, जया नरेडी, ममता अग्रवाल, मानसी वर्मा, राजेंद्र अग्रवाल, उज्वल अग्रवाल प्रमुखता से उपस्थित थे.